एएम नाथ। मणिमहेश : हिमाचल प्रदेश के चंबा के भरमौर विधानसभा क्षेत्र में मणिमहेश डल झील की ओर जाने वाले रास्ते में पहाड़ी दरकने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस से पहाड़ी में भूस्खलन हुआ और भारी मात्रा में मलबा नीचे आ गिरा। ये भूस्खलन गूईनाला से दोनाली के बीच में हुआ है। हालांकि इस दौरान कोई भी मणिमहेश यात्री चपेट में नहीं आया। मुख्य रास्ते से यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं ने इस घटना का वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
लैंडस्लाइड – मणिमहेश यात्रा में आई थी रुकावट : 2001 में प्रशासन ने मणिमहेश के लिए फिर से पुराने गुईनाला से दोनाली के बीच पुराने रास्ते को ठीक करवा दिया। इसमें कुछ साल तो यात्रा चलती रही। लेकिन बीते दो साल पहले भारी बारिश, भूस्खलन और चट्टानें गिरने के कारण यह रास्ता बंद हो गया था । बहुत पहले गुईनाला से दोनाली के बीच नाले के साथ मणिमहेश के लिए रास्ता था। यहां से श्रद्धालु मणिमहेश की यात्रा करते थे, लेकिन 1995 में बादल फटने के कारण रास्ता तहस-नहस हो गया था। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने मणिमहेश के लिए 1996 में गुईनाला से दोनाली के बीच यमकुंड से होते हुए नया रास्ते का निर्माण करवाया था। जिस जगह पर लैंडस्लाइड हुआ है, वहां पिछले साल भी लैंडस्लाइड हुआ था। इस कारण मणिमहेश जाने वाला रास्ता पूरी तरह बंद हो गया था। बाद में लोक निर्माण विभाग ने नया रास्ता तैयार किया। तब जाकर यात्रा करवाई गई। अब यात्रा शुरू होने से करीब डेढ़ महीने पहले यहां फिर लैंडस्लाइड हुआ है।
इस बार 26 अगस्त से मणिमहेश यात्रा : इस बार मणिमहेश यात्रा 26 अगस्त से 13 सितंबर तक चलेगी। इसके लिए पूरे देशभर से शिव भक्त यहां पहुंचते हैं। मणिमहेश की यात्रा खतरनाक पड़ाव से होकर पूरी करनी पड़ती है। प्रशासन ने अभी मणिमहेश यात्रा पर रोक लगा रखी है। फिर भी कुछ शिव भक्त मणिमहेश पहुंच रहे हैं। हर साल यह यात्रा कृष्ण जन्माष्टमी से लेकर राधाअष्टमी तक चलती है। इस यात्रा के दौरान मणिमहेश पहुंचने वाले श्रद्धालु पवित्र मणिमहेश डल झील में शाही स्नान करते हैं।
स्थानीय प्रशासन ने शिव भक्तों से अपील की है कि जब आधिकारिक तौर पर यात्रा शुरू होगी, उस दौरान ही मणिमहेश के लिए आएंं। अभी बर्फ पिघलने और लैंडस्लाइड के कारण जोखिम बना हुआ है।