सिवल अस्पताल में तैनात ऑर्थो स्पेशलिस्ट डॉक्टर पर मरीजों को बहला फुसला कर निजी अस्पताल में भेज कर वहां करते खुद ऑपरेशन के आरोप लगाए मनजिंदर कुमार ने
गढ़शंकर : सिवल अस्पताल गढ़शंकर में कार्यारत ऑर्थो स्पेशलिस्ट द्वारा सिविल अस्पताल लिए आये मरीजों को गुमराह कर एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भेज वहां खुद इलाज करने और ऑपरेशन करने के आरोप लगते हुए सिवल अस्पताल में ऊँगली का इलाज पहुंचे गांव पेंसरा के मनजिंदर कुमार ने शिकायत एसएमओ गढ़शंकर, सिवल सर्जन होशियारपुर, डायरेक्टर सेहत विभाग चंडीगढ़ और सेहत सेहत मंत्री पंजाब को शिकायत भेज कर ऑर्थो स्पेशलिस्ट खिलाफ करवाई मांग की है। उधर एसएमओ गढ़शंकर द्वारा पुरे मामले की जाँच के लिए कमेटी में सिर्फ अस्पतालों के डॉक्टरों को ही शामिल करने के बात से साफ़ हो गया है कि एक बार फिर जाँच के नाम पर खानापूर्ति कर मामला खत्म करने की कोशिश की जाने लगी है। हालांकि वायरल वीडियो में निजी अस्पताल में डॉ. जोगिन्दर सिंह दिखाई देते है। लेकिन डॉ. जोगिन्दर सिंह वीडियो को गलत करार देते है।
मनजिंदर कुमार पेंसरा द्वारा की शिकायत में आरोप लगाया है कि उनके हाथ ऊँगली में फ्रैक्चर तो शुक्रवार 5 जनवरी को अस्पताल चेक करवाने के लिए गया तो वहां पर ऑर्थो स्पेशलिस्ट डॉक्टर जोगिन्दर सिंह ऑपरेशन थिएटर में थे तो वहां गया तो डॉ. जोगिन्दर को हाथ दिखाया और पहले करवाया एक्सरे दिखाया तो उन्होनों कहा कि ऊँगली के जोड़ में फ्रैक्चर है, माइनर ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। इसमें सिलाई डालनी पड़ेगी लेकिन ऊँगली गरंटी नहीं है और कहा के दोबारा अस्पताल के बाहर से एक्सरे करवा ले कर आए। जब मैने ऑपरेशन का खर्च पूछा तो उन्होनों ने कहा कि ऑपरेशन की बारी दो तीन बाद आएगी। जिन्हें पहले ऑपरेशन का समय दिया हे उन्हें एक एक हफ्ता हो गया है। उनके बाद आपकी बारी आएगी। जसिके बाद डॉ. को मैंने कहा डॉकटर साहिब हाथ में बहुत दर्द है तो उन्होनों कहा कोई निजी अस्पताल बता दीजिये तो उन्हीनों कहा कि यहां से करीब 100 या 150 मीटर एक गुरु नानक अस्पताल है वहां पहुँचों अगर जल्दी इलाज करवाना है। मैं वहां पर आधे घंटे तक पहुँच जायूँगा। ऑपरेशन का 13 से 15 हजार लगेगा। लेकिन पैसे मौके पर न होने के कारण मैं घर चला गया। दूसरे दिन में गुरु नानक अस्पताल आपने साथी के साथ पहुंचा और स्टाफ से डॉक्टर के बारे में पूछे तो उन्होनों ने इंतज़ार करने को कहा। कुछ समय में ही डॉक्टर जोगिन्दर सिंह वहां पहुचंह गए तो हम उनसे मिले ताऊ उन्हें बताया के क्ल पैसे ना होने के कारण चले गए थे। जिस पर डॉक्टर जोगिन्दर सिंह के पूछा कितने पैसे है तुम्हारे पास तो हमने कहा के 15 हजार है। लेकिन डॉक्टर ने कहा के 20 हजार लगेगा। जिसके बाद हम परेशान होकर वहां से निकल गए।
सैंडी भज्जला वाला फेसबुक अकाउंट पर शिकायत की कॉपी अटैच कर कसा सरकार पर तंज – फेसबुक पर लिखा के सरकारी डॉक्टर निजी अस्पताल मैं इलाज करवाने आ रहे मरीजों को बहला फुसला कर आपने निजी स्वार्थ के लिए निजी अस्पताल में कर रहा ऑपरेशन। हैरानीजनक बात यह है कि अस्पताल के निकट ही हल्का विधायक व डिप्टी स्पीकर का ऑफिस है लेकिन ना तो अस्पताल के हालत सुधरे न सरकारी अधिकारीयों के रंग ढंग सही हुए , वोह ही कर्रप्ट सिस्टम चल रहा है। गढ़शंकर लोगो ने ख़ुशी मनाई थी के गढ़शंकर का विधायक और सरकार गढ़शंकर के पक्ष में है, लेकिन अगर गढ़शंकर के हालात ऐसे ही रहेंगे तो इस बड़ी जीत का फायदा क्या है, डिप्टी स्पीकर साहिब को प्राथना है कि अगर सरकारी अधिकारीयों ने आम लोगो की इसी तरह लूट करनी तो इन्हे पक्किया कुर्सियां लगा दियो जितना लूटना हे लूट लें। अब लोग यही आप से सवाल करेगे के क्यां यही बदलाव है ।
सिवल अस्पताल में तैनात डॉक्टर जोगिन्दर सिंह : मेरे पास सिवल अस्पताल में आये थे लेकिन उस दिन केजरीवाल साहिब के आने के कारण हमारी डयूटी वहां लगी थी, अनेसथिसिआ का डॉक्टर नहीं था तो मेने उनसे कहा था के आप अनेसथिसिआ के डॉक्टर का प्रबंध कर लें, ऑपरेशन कर दूंगा। उसके बाद बाद होशियारपुर में इलाज के लिए किसी निजी अस्पताल चले गए। गुरु नानक अस्पताल तो डॉ. आशुतोष चड्डा का है और मेरा घर उप्पर है ना तो मैं वहां जाता हूँ ना कभी वहां ऑपरेशन किया है। सभी आरोप निराधार है। मेरा उनसे कोई वास्ता नहीं है। वायरल वीडियो को गलत बताते हुए कहा कि वायरल वीडिओ में भी कोई सच्चाई नहीं है। आप डॉ. आशुतोष चड्डा से बात कर सकते हो।
डॉ. आशुतोष चड्डा के बेटे इंजीनियर अर्पित चड्डा : डॉ. आशुतोष चड्डा को कॉल की तो उनके बेटे इंजीनियर अर्पित चड्डा ने कहा पिता जी 70 वर्ष के है, उनकी सेहत ठीक नहीं है। एक सप्ताह से वहां गए नहीं है। वहां पर सिर्फ ओपीडी करते है, ऑपरेशन नहीं करते, वायरल वीडियो के बारे में पूछने पर कहां कि हमे फेसबुक से पता चला। जब पिता जी पूरी तरह ठीक होंगे तो वहां जाकर देखेंगे।