ऊना : प्रदेश में काग्रेस की सरकार बनने के पांच महीने के भीतर ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के विधानसभा हलकों में पंचायत समिति उपचुनावों में काग्रेस सर्मिथत प्रत्याशियों को मिली हार और गगरेट विधानसभा हलके में जिला परिषद भंजाल में उपचुनाव में काग्रेस सर्मिथत उम्मीदवार की बड़ी हार ने कई बड़े स्वाल खड़े कर दिए है। हालांकि इस स्तर के चुनाव में यह कहना समय से पहले की बात हो सकती है। लेकिन दिज्गजों के हलकों में पंचायत समिति उपचुनावों में मिली हार को हलके में लेना काग्रेस के लिए आने वाले समय में महंगा साबित हो सकता है। क्योंकि 2024 में लोक सभा चुनाव होने है और हमीरपुर लोक सभा से भाजपा के मौजूदा केंद्री मंत्री अनुराग ठाकुर का उतरना तय माना जाता है और उनका संसदीय सीट पर मजबूत जनाधार है। इस बार मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री दोनों हमीरपुर संसदीय सीट से होने के कारण मुकावला तो रौचक होगा लेकिन उनके अपने क्षेत्रों में पंचायत समिति उपचुानावों में मिली हार कई स्वाल खड़े दिए है।
पंचायत समिति उपचुनावों में सबसे बड़ी हार काग्रेस के लिए मुख्समंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खी के गृह विधानसभा हलका नदौन में पंचायत समिति भूपंल के उपचुनाव में काग्रेस समर्थित प्रत्याशी को मिली हार रही। यहां पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी सोनू कुमार ने काग्रेस समर्थित प्रत्याशी रमेश कुमार को 196 मतों से हरा दिया। भाजपा समर्थित प्रत्याशी सोनू कुमार को 708 मत तो काग्रेस प्रत्याशी समर्थित रमेश कुमार 512 मत पड़े। जिससे मुख्यमंत्री के हलके में पंचायत समिति उपचुनाव में हुई इस हार ने कई बड़े स्वाल खड़े कर दिए है कि पंचायत समिति स्त्तर के चुनाव और वह भी उपचुनाव में काग्रेस को हार मिलने से लोगो के पांच महीने में मूड में बदलाव क्यों आ गया। इसके पीछे रहे कारणों के बारे में राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना हुया है। हालांकि जिला हमीरपुर की विधानसभा हलका भोरंज की पंचायत समिति भोरंज से काग्रेस समर्थित नीना देवी ने भाजपा समर्थित किरना देवी को 370 मतों से हराया और विधानसभा हलका बढ़सर की पंचायत समिति करेर में काग्रेस समर्थित प्रत्याशी डैनी जसवाल ने भाजपा समर्थित प्रत्याशी संजय सिंह को 133 मतों से हरा कर जीत दर्ज की है। जिससे भोरंज के सुरेश कुमार और बढ़सर के विधायक इंद्रदत लखनपाल ने अपने अपने हलको में काग्र्रेस समर्थित प्रत्याशियों को जीत दिला कर अपनी मजबूत पकड़ को एक बार फिर साबित कर दिया है।
इसके ईलावा उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री के हलके हरोली में पंचायत समिति रोड़ा बालीवाल के उपचुनाव में काग्रेस सर्मिथत सुच्चा सिंह को भाजपा समर्थित सतविंदर कौर ने 251 मतों से हरा दिया। भाजपा समर्थित सतविंदर कौर को 742 मत तो काग्रेस समर्थित 491 मत पड़े। इसके ईलावा निर्दलीय भीम सिंह को 453 मत ले जाकर तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें काग्रेस समर्थित सुच्चा सिंह से मात्र 38 मत ही कम पड़े। भाजपा समर्थित सतविंदर कौर की 251 मतों से जीत बड़ी जीत मानी जा रही है। क्योंकि यह उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री का हलका है, यहां से पांचवी बार भी मुकश अग्रिहोत्री विधायक बड़े अंतर से जीत कर विधानसभा पुहंच कर उप मुख्यमंत्री बने। मुकेश अग्निहोत्री का हरोली हल्के में मजबूत जनाधार है और बार बार उन्होने इसे साबित भी किया है। लेकिन इस पंचायत समिति उपचुनाव में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी की हार भी उनके लिए कई सवाल छोड़ गई है
जिला ऊना के विधानसभा हलका गगरेट की जिला परिषद भंजाल उपचुनाव में काग्रेस समर्थित प्रत्याशी दलविंदर सिंह बबली को भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुशील कालिया ने 2670 मतों से हरा दिया। भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुशील कालिया को 6714 मत पड़े और काग्रेस समर्थित प्रत्याशी दलविंदर सिंह बबली को 4044 मत पड़े। उल्लेखनीय है कि मौजूदा विधायक चैतन्य शर्मा पिछले सामान्य जिला परिषद चुनाव में भंजाल से सीट से निर्दलीय लड़ कर बड़े अंतर से जीते थे तो उसके बाद काग्रेस में आने के बाद विधायक भी भारी मतों से जीत कर बने थे। उनके विधायक चुने जाने के बाद यह जिला परिषद सीट खाली हो गई थी लिहाजा अव बाद भंजाल जिला परिषद सीट पर उपचुनाव हुया और इसी पर चैतन्य शर्मा मात खा गए।