चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार और पंजाब पुलिस शुभदीप सिंह सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जांच में नाकाम साबित हो रही है। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि साजिश रचने वाले दो गैंगस्टरों ने मनसा की एक अदालत में आरोपमुक्त करने के लिए आवेदन दायर किए थे। बाजवा ने कहा कि दो गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया ने मंगलवार को मानसा की एक अदालत में आवेदन दायर कर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में आरोपमुक्त करने की मांग की थी।
दोनों ने मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और ये आवेदन दायर किए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस, जो सीधे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अधीन आती है, इन गैंगस्टरों के खिलाफ ठोस सबूत इकट्ठा करने में विफल रही है। बाजवा ने कहा कि जाहिर तौर पर पुलिस मामले की ठीक से जांच करने में विफल रही, जबकि बिश्नोई ने गायक की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
नेता प्रतिपक्ष बाजवा ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह (Balkaur Singh) पहले ही आशंका जता चुके हैं कि मूसेवाला की हत्या से जुड़े सबूत मिटाए जा रहे हैं। हत्या के 18 महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी दिवंगत पंजाबी गायक मूसेवाला का परिवार न्याय पाने के लिए भटक रहा है। जेल में बंद गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई मार्च 2023 में दो बार एक निजी समाचार चैनल पर भी दिखाई दिया था। उसने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली। पंजाब की आप सरकार (AAP) को अभी भी इस बात का अंदाजा नहीं है कि साक्षात्कार प्रक्रिया में गैंगस्टरों की मदद करने के लिए कौन जिम्मेदार था। बाजवा ने कहा कि नौ महीने बाद भी आप सरकार मामले की जांच करने में बुरी तरह विफल रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप सरकार ने पहले मूसेवाला का सुरक्षा घेरा हटाया और फिर मुख्यमंत्री मान के मीडिया प्रमुख बलतेज पन्नू ने वही जानकारी लीक कर दी, जिससे गायक अपराधियों का शिकार हो गए। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पन्नू के खिलाफ गोपनीय जानकारी लीक करने के लिए एफआईआर तक दर्ज नहीं कराई है। पन्नू द्वारा लीक की गई जानकारी मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य कारणों में से एक थी।