गढ़शंकर I रविवार की रात मैली गांव में संदीप भाटिया पुत्र सुरिंदर पाल ने देवराज, अवतार चंद व जतिंदर कुमार के सामने बताया कि वह घर मे बैठे हुए थे इस दौरान घर का गेट खटखटाने पर उसने गेट खोला तो दर्जन के करीब हथियारबंद लोग उसके घर में घुस गए और उसे रेत की अवैध माइनिंग की उसके द्वारा की शिकायत पर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए धमकियां देने लगे। संदीप भाटिया ने बताया कि हल्ला गुल्ला सुनकर आस पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए तो हथियारबंद लोग वहां से भाग गए और जाते समय अपना मोटरसाइकिल व तेजधार हथियार छोड़ गए। इस घटना की शिकायत संबंधित परिवार ने पुलिस विभाग के जारी किए फोन नंबर पर दी। इस घटना की जानकारी प्राप्त होने पर जैजों पुलिस चौकी के इंचार्ज एएसआई सतविंदर सिंह ने पीड़ित परिवार का बयान लिया और आरोपियों पर कड़ी करवाई करने का आश्वासन दिया। संदीप कुमार ने बताया कि हमलावरों में पंचायत सदस्य और हत्या के मामले में जमानत पर आया व्यक्ति शामिल था। उसने अंदेशा जताया कि उक्त व्यक्ति उसे जान से मार सकते हैं और उनपर कड़ी करवाई करनी चाहिए।
गार्ड पर भी किया था हमला….
कुछ दिन पहले जंगल मे रेत की अवैध माइनिंग करने जा रहे लोगों को जंगलात विभाग के कर्मचारी जतिंदर सिंह ने रोकने की कोशिश की थी तो माइनिंग माफिया के लोगों ने गार्ड का मोबाइल फोन छीन लिया था और उसके साथ धक्का मुक्की तक को थी। इस बात की शिकायत गार्ड ने चब्बेवाल पुलिस व एसएसपी होशियारपुर को दी थी लेकिन माइनिंग करने वालो को
पर सियासी आशीर्वाद के चलते कोई करवाई नही हुई बल्कि गार्ड को राजीनामा करने के लिए बेबस कर दिया गया।
गौरतलब है कि चब्बेवाल विधानसभा के पहाड़ी गांव मैली जोकि जंगलों में रेत की अवैध माइनिंग व खैर के पेड़ों की अवैध कटाई में चर्चा में है। यहां से 30 के करीब ट्रैक्टर ट्रॉली चालक जंगलों से रेत की अवैध माइनिंग कर माहिलपुर सहित दर्जनों गांवों में वेचते है उनके इस काले धंधे को यहां सियासी पार्टी के नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है वही इसमें जंगलात विभाग के कर्मचारी भी शामिल है। काफी अरसे से मैली के जंगलों से रेत का अवैध माइनिंग किया जा रहा है जिसे रोकना पंचायत व जंगलात विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का मुख्य कर्तव्य बनता है। गांव से कोई व्यक्ति इस अवैध माइनिंग की शिकायत जंगलात विभाग के अधिकारियों को करता है तो उस शिकायत पर करवाई करने की जगह माइनिंग करने वाले लोग शिकायतकर्ता के घर पुहंचकर धमकियां देते हैं कि आइंदा शिकायत न करे अन्यथा विपरीत परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।