मोगा। जिला प्रशासन ने गुरुवार देर शाम को जिला मुख्यालय से 26 कमी दूर गांव बुट्टर में चल रहे फर्जी नशा छुड़ाओ केंद्र पर छापामारी की और यहां से करीब 60 युवकों को छुड़ाया। केंद्र के संचालक पिछले गेट से फरार हो गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ शाम बजे से शुरू की गई छापामारी रात 11 बजे तक चली। छह घंटे की कार्रवाई के बाद केंद्र को भी सील कर दिया गया।
बिना लाइसेंस चलाया जा रहा था केंद्र : बिना लाइसेंस चल रहे इस केंद्र में युवकों पर नशा छुड़ाने के नाम पर अत्याचार भी किया जाता था और उनसे मोटे पैसे लिए जा रहे थे। सेंटर संचालकों पर यहां तक गंभीर आरोप लगे हैं कि यहां पर मारपीट से चार युवकों की मौत भी हो चुकी है। केंद्र में भर्ती वरिंदरपाल सिंह ने मामले को लेकर डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह से शिकायत की थी। डीसी के आदेश पर एडीसी हरकीरत कौर किट्टू ने डीएमसी डा. हरप्रीत गरचा के साथ छापामारी की। स्वास्थ्य विभाग ने छुड़ाए गए 60 युवकों इलाज करवा उनके परिवारों को सौंप दिया है।
नशा छुड़ाने के नाम पर लाठी-डंडों से पीटा जाता था : छुड़ाए गए युवकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि नशा छुड़ाने के नाम पर उन पर जमकर अत्याचार किया जाता था। मामूली बात पर उन्हें लाठी-डंडों से पीटा जाता था। विरोध करने वाले युवकों के प्राइवेट पार्ट के साथ ईंट बांधकर उन्हें पैदल चलाया जाता था। कई-कई सप्ताह तक परिवारों से भी नहीं मिलवाया जाता था।