रोहित भदसाली। शिमला : आईजीएमसी के छात्रा छात्रावास की चौथी मंजिल से संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर हुई युवक की मौत के मामले में पुलिस ने सोमवार को घटनास्थल पर छानबीन की। इस दौरान छात्रावास के मुख्य प्रवेशद्वार पर लगे सीसीटीवी की फुटेज को कब्जे में लिया तो वहीं आसपास के भवनों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को भी खंगाला।
पुलिस ने ड्रोन के माध्यम से भी पूरे क्षेत्र का मुआयना किया, जिससे पता लगाया जा सके कि आखिरकार युवक कॉलेज में कहां से भीतर घुसने में कामयाब हो गया था।
इस दौरान पुलिस ने छात्रावास की प्रशिक्षु डॉक्टरों से भी पूछताछ की। साथ ही उन्हें सुरक्षा को लेकर जागरूक भी किया। प्रारंभिक जांच में पुलिस निजी विश्वविद्यालय के छात्र करण पटियाल की मौत का कारण गिरना मान रही है, लेकिन अन्य पहलुओं को लेकर भी जांच की जा रही है। अभी तक की जांच में पता चला है कि शनिवार रात को युवक अपने दोस्तों के साथ था। देर रात इसके दो दोस्त होटल में ठहरने के लिए चले गए, लेकिन युवक किसी से मिलने की बात कहकर लक्कड़ बाजार की ओर गया। रात करीब 12:00 बजे छात्रावास की छात्राओं को किसी के गिरने की आवाज सुनाई दी। जब छात्राएं बाहर पहुंचीं तो जमीन पर युवक लहूलुहान पड़ा था। सुरक्षा कर्मियों ने फौरन मामले की सूचना पुलिस और 108 एंबुलेंस को दी।
इसके बाद युवक को आईजीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले को प्रेम प्रसंग से भी जोड़कर देख रही है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि युवक चहारदीवारी को फांदकर कैसे चौथी मंजिल तक पहुंच गया। वहीं पूरे मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की छात्राओं की सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदमों को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। जांच में पता चला है कि परिसर के बाहर मुख्य द्वार पर लगा सिर्फ एक कैमरा काम कर रहा था, लेकिन अन्य कैमरे खराब थे।