चंडीगढ़ : चंडीगढ़ पीजीआई के गायनी वार्ड में इलाज के दौरान पटियाला के राजपुर निवासी 24 वर्षीय हरमीत कौर को धोखे से जहर का इंजेक्शन लगाने के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इसमें पुलिस ने सीएफएसएल रिपोर्ट को भी लगाया है। सीएफएसएल रिपोर्ट के मुताबिक, महिला हरमीत कौर की मौत लगाए गए टीके के संक्रमण की वजह से बताई गई है।
चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में आरोपी जसप्रीत सिंह, उसके रिश्तेदार बूटा सिंह, मनदीप सिंह और इंजेक्शन लगाने वाली युवती जसप्रीत कौर के खिलाफ यह चार्जशीट दाखिल की है। यह चारों आरोपी अभी चंडीगढ़ की बुडैल जेल में बंद हैं। जसप्रीत सिंह मृतका हरमीत कौर का भाई है। इसने हरप्रीत कौर को मारने के लिए साजिश रची थी।
रिपोर्ट के अनुसार, जहर का इंजेक्शन लगाने से हरमीत कौर के लिवर, किडनी और दूसरे अंग बुरी तरह से संक्रमित हो गए थे। इसी कारण उसे सेप्टिक शॉक पड़ा था। जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई थी।
हरमीत कौर ने 4 नवंबर 2023 को राजपुरा के एक निजी अस्पताल में बेटे को जन्म दिया था। उसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी। उसे 7 फरवरी 2023 को PGI में दाखिल कराया था। 15 नवंबर की रात करीब 11:00 बजे आरोपी युवती जसप्रीत कौर ने उसे वार्ड के अंदर जाकर जहरीला टीका लगा दिया था। यह युवती नर्स के रूप में वार्ड के अंदर घुसी थी। जब हरमीत की ननद को इसका शक हुआ तो, उसने इंजेक्शन लगाने वाली युवती की फोटो खींच ली थी। मामले में मृतक हरमीत ने परिवार की मर्जी के खिलाफ दूसरी जाति के युवक से शादी की थी। इससे उसका भाई नाराज था। इस कारण उसने हत्या की साजिश रची थी। जांच में पता चला कि जसप्रीत ने इंजेक्शन में नशे की गोलियां और कीटनाशक मिलाकर यह इंजेक्शन बनाया था। पीजीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इंजेक्शन लगने से पहले हरमीत की पल्स रेट 108, ब्लड प्रेशर 112 और रेस्पिरेट्री रेट 24 थी। लेकिन इंजेक्शन लगने के कुछ देर बाद ही उसकी पल्स रेट 130 पहुंच गई और ब्लड प्रेशर भी बढ़कर 117 हो गया था। जिसे बाद में काबू नहीं किया जा सका।