लिव इन पार्टनर ने किए युवती के 35 टुकड़े, निशानदेही से 10 बरामद, 18 दिन तक रोजाना रात 2 बजे जंगल में जाता था श्रद्धा के टुकड़े फेंकने
दिल्ली। लिव इन पार्टनर आफताब द्वारा युवती की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को महरौली के जंगलों से श्रद्धा वालकर की बॉडी के 10 टुकड़े बरामद किए हैं। पुलिस ने ये टुकड़े आरोपी आफताब की निशानदेही से बरामद किए हैं। पुलिस आफताब को सुबह करीब 10 बजे महरौली के जंगल लेकर पहुंच गई। यहीं उसने बॉडी पार्ट्स फेंके थे, लेकिन अभी सिर और कुछ दूसरे बॉडी पार्ट की तलाश की जा रही है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आफताब से कत्ल के बारे में जो भी पूछा जाता है, वह उसके बारे में अंग्रेजी में जवाब देता है। ऐसा नहीं है कि उसे हिंदी नहीं आती, पर वो अंग्रेजी में ज्यादा कंफर्टेबल है। उसने युवती के कत्ल के बारे में पूछा तो उसने अंग्रेजी में कहा कि यैस आई किल्ड हर…। बता दें कि आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे थे। सबूत मिटाने के लिए गूगल पर खून साफ करने का तरीका भी ढूंढा था। इसके बाद ही उसने श्रद्धा का मर्डर किया और आरी से काटकर उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए। इसके अलावा वह 18 दिन तक रोजाना रात 2 बजे जंगल में श्रद्धा के टुकड़े फेंकने जाता रहा। पुलिस ने बताया कि श्रद्धा और आफताब 8 मई को दिल्ली आए थे। 10 दिन बाद यानी 18 मई को आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर दिया। आफताब ने जंगल के करीब फ्लैट लिया था ताकि लाश को ठिकाने लगा सके।
पुलिस कत्ल में इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार की कर रही तलाश, कामन दोस्तों से भी की जा रही पूछताछ :
आफताब ने मुंबई या उसके आसपास श्रद्धा का मोबाइल फेंक दिया था। पुलिस लास्ट लोकेशन के जरिए इसकी तलाश कर रही है। पुलिस की ओर से उस हथियार की भी तलाश की जा रही है, जिससे आफताब ने श्रद्धा के टुकड़े किए। पुलिस ने आफताब और श्रद्धा के कॉमन दोस्तों को पूछताछ के लिए बुलाया है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा के मर्डर के बाद आफताब उसी फ्लैट में रहा। शव के टुकड़े ठिकाने लगाने के बाद उसने फ्लैट में लड़की बुलाई। इस दौरान जो टुकड़े बचे थे, उन्हें अलमारी में छिपा दिया। दावा है कि हत्या के एक महीने बाद डेटिंग ऐप के जरिए आफताब ने दूसरी लड़की से संपर्क साधा और उसे फ्लैट में लेकर आया।
टूकड़ों का करवाया जाएगा डीएनए
मंगलवार को सर्चिंग के दौरान जो बॉडी पार्ट्स मिले हैं, वो इंसान के लग रहे हैं। फोरेंसिक जांच के जरिए इसकी पुष्टि भी की जाएगी। इन टुकड़ों को डीएनए टेस्ट के लिए भी भेजा जाएगा। दिल्ली पुलिस दूसरी बार आफताब को लेकर महरौली के जंगल पहुंची है। पहली बार कब गई थी, इसकी तारीख नहीं बताई जा रही।
– डेटिंग एप बम्बल से श्रद्धा ने खुद ही आफताब से किया था संपर्क
1 श्रद्धा ने ही डेटिंग ऐप पर आफताब से संपर्क किया था.. अब यह सामने आया है कि डेटिंग ऐप बम्बल के जरिए श्रद्धा ने आफताब से संपर्क किया था। इस ऐप पर फीमेल मेंबर ही सबसे पहले मैच में दिखाए जा रहे मेल मेंबर को कॉन्टैक्ट कर सकती है। अगर सेम सेक्स वाले मेंबर्स के बीच बातचीत हो रही है तो कोई भी मेंबर पहले मैसेज कर सकता है।
2. आफताब- श्रद्धा 8 मई को दिल्ली पहुंचे.. आफताब-श्रद्धा मुंबई से 8 मई को दिल्ली आए थे। यहां से पहाड़गंज के होटल और फिर साउथ दिल्ली में रहने लगे।
3. हत्या से पहले जंगल के पास फ्लैट लिया.. साउथ दिल्ली के बाद आफताब ने महरौली के जंगल के पास फ्लैट लिया था। दिल्ली पहुंचने के 10 दिन बाद यानी 18 मई को आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर दिया।
4. जंगल के पास फ्लैट दिलाने वाला अरेस्ट.. मर्डर केस में बद्री नाम के शख्स की एंट्री हुई है। यही वो शख्स है, जिसने आफताब को महरौली इलाके में फ्लैट दिलाया। पुलिस अब इससे पूछताछ कर रही है। इसी फ्लैट से आफताब शव के टुकड़े फेंकने के लिए जंगल जाता था।
5. सोशल मीडिया पर एक्टिव था, फ्लैट में लड़की बुलाई.. पुलिस ने बताया कि आफताब ने श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट जून तक इस्तेमाल किया है ताकि वह यह जाहिर सके कि श्रद्धा जिंदा है।
– श्रद्धा का कत्ल मई में हुआ या फिर जुलाई में, पुलिस के लिए बढ़ा सवाल
श्रद्धा मर्डर केस में अब सवाल ये है कि आखिर उसका कत्ल मई महीने में हुआ है या जुलाई में, इस सवाल को लेकर दो दावे किए जा रहे हैं। पहला दावा पुलिस का है, जो कह रही है कि श्रद्धा का मर्डर मई में हुआ। दूसरा दावा दोस्त लक्ष्मण नडार का है, जो कह रहा है कि जुलाई में उसकी श्रद्धा से बातचीत हुई थी। लक्ष्मण ने दावा सोमवार को एक इंटरव्यू में किया। उसने बताया कि जुलाई में श्रद्धा ने वॉट्सऐप के जरिए उससे कॉन्टैक्ट भी किया था। श्रद्धा काफी डरी हुई थी। तब उसने कहा था कि मुझे बचा लो, वरना आफताब मार डालेगा।