एएम नाथ। चम्बा :. राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल ने आज चम्बा जिला के मैहला में आयोजित नशा विरोधी जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नशे से दूर रहकर ही हम अपनी समृद्ध संस्कृति की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने कहा,“जब तक नशे की मांग नहीं रुकेगी, उसकी आपूर्ति भी नहीं रुकेगी,”। राज्यपाल स्थानीय खेल मैदान में आयोजित किसान मेला एवं नशा निवारण जागरूकता शिविर को संबोधित कर रहे थे।
यह कार्यक्रम डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र, चम्बा के सहयोग से आयोजित किया गया। रैली में सैकड़ों स्कूली छात्रों ने भाग लिया और नशे के खिलाफ नारे लगाकर समाज को सशक्त संदेश दिया।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि नशा केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक समस्या है। उन्होंने कहा, “युवा शक्ति में बुराइयों को खत्म करने की क्षमता है, और यही शक्ति नशे को जड़ से समाप्त कर सकती है,”। उन्होंने कहा कि नशा निवारण की शुरुआत घर से होनी चाहिए और इसके लिए निरंतर, सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
राज्यपाल ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि प्रदेश में एनडीपीएस मामलों में पिछले एक दशक में 340 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, “जो कभी पड़ोसी राज्यों की समस्या मानी जाती थी, वह अब हमारे घरों तक पहुंच चुकी है। ‘चिट्टा’ जैसे सिंथेटिक नशे ने हिमाचल में भी गहरी पैठ बना ली है।”
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, राज्यपाल ने बताया कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर नशामुक्त अभियान प्रारंभ किया गया है, जिसमें सभी नागरिकों से सहयोग की अपील की गई है। उन्होंने विश्वविद्यालय एवं जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया।
राज्यसभा सांसद श्री हर्ष महाजन ने राज्यपाल की इस पहल को राष्ट्रहित में उठाया गया कदम बताया और कहा कि नशे की रोकथाम में माता-पिता की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने नशे की चपेट में आए व्यक्तियों के शीघ्र उपचार की आवश्यकता पर बल दिया।
चम्बा के विधायक श्री नीरज नैयर ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए ‘गुड पेरेंटिंग’ और सामाजिक सतर्कता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने नशे के खिलाफ सख्त कानूनों को मंजूरी दी है।
भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज ने नशे के वैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए इसके शरीर और मन पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी। उन्होंने जनजागरूकता के माध्यम से इस समस्या से निपटने का आह्वान किया।
इससे पूर्व, डॉ. वाई.एस. परमार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने राज्यपाल का स्वागत किया और कहा कि नशा अब सीधे घरों तक पहुंच गया है, इसलिए इससे निपटने की आवश्यकता और अधिक बढ़ गई है।
अटारी जोन-1, लुधियाना के निदेशक डॉ. परविंदर शेरोन तथा पुलिस विभाग से श्री अभिमन्यु ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर एकलव्य कला मंच के पुलिस जवानों ने नशा उन्मूलन पर प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।
कृषि विज्ञान केंद्र, चम्बा के प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सी.पी. वर्मा, उपायुक्त चम्बा श्री मुकेश रेपसवाल, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक यादव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।