होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी, पंजाब ने आज अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का एक जीवंत समारोह सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और विशिष्ट अतिथियों के समक्ष एक सुदृढ़ समाज के निर्माण में साक्षरता और नेतृत्व के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
डॉ. मधु सूदन ने साक्षरता दिवस के महत्व, इसके उद्देश्य और व्यक्तियों को सशक्त बनाने तथा समावेशी समुदायों को बढ़ावा देने में साक्षरता की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि साक्षरता न केवल एक मौलिक मानव अधिकार है, बल्कि आजीवन सीखने और सामाजिक विकास का आधार भी है।
डॉ. लवलीन ने आपदा प्रबंधन में नेतृत्व गुणों के महत्व पर एक प्रभावशाली भाषण दिया, जिसमें बताया गया कि कैसे प्रभावी नेतृत्व प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान संकट प्रतिक्रिया और सामुदायिक एकजुटता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
कार्यक्रम का समन्वय विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा कार्यक्रम समन्वयक सुश्री रतन कौर की देखरेख में किया गया। एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न स्कूल टीमों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे युवा छात्रों में जागरूकता और ज्ञान का आदान-प्रदान बढ़ा।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी, पंजाब के चांसलर श्री एन. एस. रियात उपस्थित थे। उन्होंने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की।
प्रो. बी. एस. सत्याल, रजिस्ट्रार
डॉ. नवनीत चोपड़ा, डीन, अकादमिक, लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी इस अवसर पर विशेष अतिथि थे और उन्होंने एनएसएस टीम और छात्रों के प्रयासों की सराहना की।
एलटीएसयू के सभी वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए उपस्थित थे।
यह समारोह जीवन के सभी क्षेत्रों में साक्षरता और नेतृत्व को बढ़ावा देने की सामूहिक जिम्मेदारी की याद दिलाता है। इसने सामुदायिक जुड़ाव और युवा विकास के प्रति एलटीएसयू, पंजाब की निरंतर प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित किया।