एएम नाथ। मंडी : हिमाचल प्रदेश मंडी लोकसभा संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत पर हमला बोला है। उन्होंने कंगना से पूछा है कि आपदा के समय मंडी से बीजेपी प्रत्याशी कहां थीं?उन्होंने लोगों की सहायता के लिए क्या किया? इसका जवाब देते हुए, उन्होंने खुद कहा, ‘कंगना उस समय भी अलग-अलग वेशभूषा में मॉडलिंग कर रही थीं।
कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने आरएसएस से यह स्पष्ट करने को कहा है कि जब खानपान को लेकर देश भर में बहस छिड़ हुई थी, उस बीजेपी प्रत्याशी का बयान क्या था? संघ ये भी बताए कि वो कंगना का समर्थन करते हैं या नहीं। कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा, ‘कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश के बारे में कुछ भी पता नहीं है। वह उलजुलूल बातें कर रही हैं. वह पहले हिमाचल का इतिहास पढ़ लें। विक्रमदित्य ने कंगना को सेरी मंच पर हिमाचल के मुद्दों और अपने विजन को लेकर उनसे खुली बहस करने की चुनौती भी दी है।
‘कंगना पर लगाए इन्हें अपमानित करने का आरोप’ : कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह का दावा है कि हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में सिर्फ राज्य का विकास किया। धर्मांतरण पर कानून बनाए और सबसे पहले हिमाचल में कांग्रेस ने 2005 में उसे लागू किया। उन्होंने साल 2014 में भारत के आजाद होने की बात कर स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने का आरोप भी कंगना पर लगाया है।
दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर किया काम : हिमाचल प्रदेश में अभी तक कांग्रेस ने ही काम किया है। उन्होंने कहा कि 15 महीने में 3500 करोड़ के सड़कों के काम चल रहे हैं। इसमें केंद्र सरकार का सहयोग भी शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए हमने दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर काम किया है , आगे भी करते रहेंगे।
मंडी को बनाएंगे स्मार्ट सिटी : पीडब्लूडी मंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी ने विक्रमादितय सिंह ने कहा कि हमारी सरकार की मंडी शहर को स्मार्ट सिटी में बदलने की योजना है। जिस के लिए 800 करोड़ का प्लान बनाया जाएगा। इसके साथ मंडी में नया कंक्रीट जंगल (शिव धाम) की जगह, इसे छोटी काशी के रूप में विकसित करने की योजना है। पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भूजोत टनल को बनाने की बात सब करते हैं। बीजेपी के सांसद भी इस पर राजनीति करते रहे, लेकिन मेरा मकसद भूजोत और जलोड़ी जोत की टनल बनाकर उसे दुर्गम क्षेत्रों से जोड़कर पर्यटन को बढ़ाने का प्रयास करना है।