विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में सिल्वर मेडल दिए जाने की अपील की है. उन्होंने खेलों के लिए मध्यस्थता न्यायालय (CAS) के जरिए सिल्वर मेडल की मांग उठाई है.
बता दें कि बीते बुधवार विनेश कुश्ती के महिला 50 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में अमेरिका की साराह एन हिल्डेब्रांट से भिड़ने वाली थीं. मगर मुकाबले से पूर्व उनका वजन तय मानक से 100 ग्राम अधिक पाया गया था. इसके चलते उन्हें पेरिस ओलंपिक्स से डिसक्वालीफाई कर दिया गया था.
8 अगस्त को आएगा फैसला
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो CAS ने 8 अगस्त तक का समय मांगा है, जिसके बाद वह अपना अंतिम फैसला सुनाएगा कि विनेश को सिल्वर मेडल दिया जा सकता है या नहीं. यदि CAS, भारतीय पहलवान के पक्ष में फैसला सुनाता है तो उन्हें ओलंपिक्स के महिला 50 किलोग्राम भारवर्ग में संयुक्त रूप से सिल्वर मेडलिस्ट घोषित किया जाएगा. याद दिला दें कि विनेश फोगाट ने सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान को 5-0 से हराया था, लेकिन वजन अधिक पाए जाने पर उन्हें फाइनल में लड़ने की अनुमति नहीं मिली थी. अब यह देखने योग्य बात है कि CAS इस विषय पर क्या फैसला सुनाता है.
क्या है CAS?
CAS एक स्वतंत्र संस्था है जिसका गठन 1984 में इस उद्देश्य से हुआ था कि यह खेलों से जुड़े मामलों में मध्यस्थता कर सके. इसका हेडक्वार्टर स्विट्जरलैंड में स्थित है, वहीं न्यूयॉर्क और सिडनी में इसके कार्यालय मौजूद हैं. इसके अलावा ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने वाले देशों में थोड़े समय के लिए CAS का कार्यालय स्थापित किया जाता है. यह संस्था 2 पक्षों के बीच मध्यस्थता करके खेलों से जुड़े मामलों को सुलझाने का काम करता है. मध्यस्थता करने के लिए आमतौर पर पेनल में 3 मध्यस्थों को चुना जाता है. इनमें से दोनों पक्षों को एक-एक मध्यस्थ दिया जाता है, वहीं तीसरा मध्यस्थ उस प्रभाग के अध्यक्ष द्वारा चुना जाता है. कुछ मामलों में केवल एक ही मध्यस्थ फैसला सुनाने के लिए मौजूद रहता है.