घुमारवीं में आयोजित अहल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान की कार्यशाला में बोले पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष
एएम नाथ। घुमारवीं/बिलासपुर : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य पर सोमवार को घुमारवीं में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण की प्रतीक, भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के पुनरुत्थान की अमर नायिका रही पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर की स्मृति में ही ये कार्यक्रम प्रदेश भर में आयोजित हो रहे हैं।
आज, जब हम नारी सशक्तिकरण की बात करते हैं, तो अहिल्याबाई जी का जीवन आदर्श बनकर हमारे सामने खड़ा होता है। उन्होंने साबित किया कि संकल्प, विवेक और धर्मपरायणता के साथ कोई भी स्त्री समाज और राष्ट्र की दिशा को बदल सकती है। रानी अहिल्याबाई होल्कर का संपूर्ण जीवन सेवा, समर्पण, त्याग और राष्ट्रधर्म के प्रति अपार निष्ठा का अद्भुत उदाहरण रहा है।
उन्होंने नारी नेतृत्व की अद्वितीय मिसाल प्रस्तुत कर समाज को नई राह दिखाई है। उन्होंने 18वीं शताब्दी में मराठा साम्राज्य के मालवा क्षेत्र पर उस समय शासन किया था। उन्होंने अपनी बुद्धिमता, न्यायप्रियता, धर्मपरायणता और समाजसेवा से एक अमित छाप छोड़ी। यही कारण है कि उनका जीवन 300 से अभी अधिक वर्षों के बाद हमारे लिए प्रासंगिक है। उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए कई सुधार किए।
उन्होंने महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की और समाज में उनकी स्थिति को सुधारने का प्रयास किया। शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई शिक्षण संस्थान खोले और शिक्षा को सभी वर्गों के लिए सुलभ बनाया। उन्होंने बाल विवाह रोकने और विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा दिया।
बाद में मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि ये कार्यक्रम पार्टी के निर्देश पर ही आयोजित हो हैं ताकि उस महान समाजसेविका के योगदान को आज भी याद किया जा सके। विमल नेगी संदिग्ध मौत मामले पर उन्होंने कहा कि ये सीधे सीधे एक बड़े भ्रष्टाचार का मामला है जिसमें मुख्यमंत्री के करीबी शामिल हैं।
यही कारण है कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बाबजूद सरकार इस मामले को जानबूझ कर सीबीआई को देने से इंकार कर रही है। मुख्यमंत्री पहले दिन से ही इस मामले में झूठ बोल रहे हैं और यही कारण है कि पीड़ित परिवार को उनपर कोई भरोसा नहीं था।
हमने विधानसभा में ये मांग उठाई कि परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है तो मुख्यमंत्री ने वहां भी झूठ कहा कि परिवार तो ऐसी कोई जांच नहीं चाहता है। ये सिर्फ भाजपा राजनीति के लिए सीबीआई जांच मांग रहा है। जबकि उनके ऐसा कहने के बाद ही पीड़ित परिवार हाईकोर्ट पहुंचा और वहां से सीबीआई को केस ट्रांसफर करने के आदेश हुए लेकिन सरकार और उनके अफसरों।की हिमाकत तो देखिये कि कोर्ट के आदेशों के बाबजूद केस सीबीआई को नहीं भेजा। ऐसे में सवाल उठता है कि कहीं सरकार के दबाब में ही अधिकारी सारे साक्ष्य समाप्त करने में तो नहीं लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस सरकार के चहेते अफसर सारी सीमाएं लांघ कर अपने शीर्ष अधिकारियों की बात न मानकर अपनी ही जिद्द पर अड़े हुए हैं वो बहुत बड़ी चिंता की बात है। ऐसे अधिकारियों का रवैया बहुत गलत है। भारतीय जनता पार्टी इस पूरे प्रकरण में सरकार के संरक्षण को देखते हुए मुख्यमंत्री से तत्काल इस्तीफे की मांग करती है। हमारा मानना है कि जिस प्रकार की परिस्थिति आज बनी हुई है तो इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं रह जाता। जयराम ठाकुर घुमारवीं में सिंदूर यात्रा में भी शामिल हुए। उन्होंने दौरान ऑपरेशन सिंदूर में भारत के वीर जवानों के शौर्य, वीरता को नमन करते हुए हुए कहा कि बदलते भारत की शक्ति का एहसास पूरी दुनिया को हो गया है।इस मौके पर स्थानीय भाजपा नेता भी उनके साथ रहे।