चंडीगढ़ : देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनावी रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं। इसी बीच पंजाब में एक बार फिर शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के बीच गठबंधन की चर्चाएं होने लगी हैं। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए अकाली दल फिर बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकता है। इसी बीच पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा की प्रतिक्रिया सामने आई है।
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि इनका तो पहले से भी गठबंधन था, जब ये काले-कानून हिंदुस्तान में आए थे तो पीएम मोदी के साथ हरसिमरत कौर बादल कैबिनेट में थी। जब पंजाब में इन्होंने देखा कि इतने बड़े पैमाने पर किसान काले कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसान यूनियन जब इनके गांव में बैठ गई। तब राजनीतिक तौर पर इन्होंने देखा कि अब तो हमें गांव में भी नहीं रहने देंगे तो हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। अब फिर इक्ट्ठे हो गए।
‘दोनों को अपनी दुकान चलाने का फिक्र’ : कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि दोनों दलों के गठबंधन की एक वजह ये भी है कि हम बीजेपी को पता है हम गांवों में एंट्री नहीं कर सकते और अकाली दल निराश है कि तीन सीट तक असेंबली में आ गया। वो सोचते है कि किसी हिसाब से हमारी दुकान भी चले तो दोनों को अपनी दुकान चलाने का फिक्र है।
बीजेपी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद चर्चाएं तेज : आपको बता दें कि बीजेपी की तरफ से लोकसभा चुनाव को लेकर 195 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी गई है । इस लिस्ट में 18 राज्यों के उम्मीदवार शामिल है। वहीं इस लिस्ट में पंजाब के उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है। जिसको लेकर संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी पंजाब में अकाली दल से गठबंधन कर सकती है इस वजह से पंजाब के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नहीं की गई है।