नवांशहर। स्थानीय बंगा रोड पर स्थित श्री गुरुद्वारा मंजी साहिब में गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी पर्व मनाया गया। भारी संख्या में संगत ने नतमस्तक होकर गुरु जी की महिमा का गुणगान श्रवण किया। कार्यक्रम में रागी, ढाड़ी, कथावाचकों व कवीशरी जत्थों ने गुरु की महिमा का गुणगान किया, संगत ने श्री गुरुद्वारा साहिब के सामने लगी सिखों की कुर्बानियों के अजायब स्थानों को भी देखा। सुबह बाबा नारंग सिंह की देखरेख में श्री अखंड पाठ साहिब जी के पाठ का भोग डाला गया। इसके बाद संत बाबा प्रीतम सिंह, भाई परमप्रीत सिंह, जसवीर कौर जस्स, भाई सुलखन सिंह, ज्ञानी लखवीर सिंह के जत्थों ने संगत को प्रवचनों, ढाडी वारों तथा कीर्तन से निहाल किया। ढाडी जत्थों ने हिंद की चादर गुरु तेग बहादुर सिमरिए घर नऊ निधि.., तिलक जंझू राखा प्रभु ताका.., देखी मेरे सिंहा दा प्यार चलिया, कौम दे शहीदां दी गल्ल ने न्यारीयां.. सुनाकर गुरु इतिहास की जानकारी दी। बाबा नारंग सिंह ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब ने संगत को बताया था कि प्रभु का तप ही इंसान को भवसागर से पार लेकर जाता है। सिखों का इतिहास कुर्बानियों से भरा है। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब ने अपनी सच्चाई, उसूलों व अपने विश्वास की खातिर सिख धर्म के लिए कुर्बानी दी। गुरु जी धर्म परिवर्तन के सख्त खिलाफ थे। हमें गुरु का सिख बन कर दूसरों की सेवा करनी चाहिए, परमात्मा का सिमरन करना चाहिए। मंच संचालन फतेह सिंह ने किया। इस मौके पर बंगा के विधायक डा. एसके सुक्खी, नवांशहर के विधायक डा. नछतर पाल ने कहा कि हमें गुरुओं के दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए। मौके पर बाबा नागर सिंह, बाबा करनैल सिंह, बाबा अजीत सिंह, एसजीपीसी सदस्य गुरबक्श सिंह खालसा, महिंदर सिंह हुसैनपुरी, बाबा जसवीर सिंह, बाबा कुलवंत सिंह, संत बाबा बलवंत राम, बाबा बलवीर सिंह, सुखविंदर सिंह थांदी, गुरमिंदर सिंह बडवाल, पार्षद जसवीर कौर बडवाल, पार्षद मक्खन सिंह ग्रेवाल, परमिंदर सिंह काला, सुरिंदर सिंह, सोहन सिंह, बलजिंदर कौर, बलविंदर कौर, मनजिंदर कौर, प्रकाश कौर, गुलशन मौजूद रहीं।