चंडीगढ़। लुधियाना पश्चिमी सीट से जीते संजीव अरोड़ा को शपथ दिलाने के मौके पर आज मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का गैर हाजिर रहना आज चर्चा का विषय बना रहा है। हालांकि शपथ ग्रहण समारोह का जब प्रोग्राम जारी किया गया तो कहा गया कि मुख्यमंत्री इसमें शामिल हो रहे हैं।
उनके आने के लिए बाकायदा रूट भी लगाया गया लेकिन वह नहीं आए।
पार्टी प्रधान अमन अरोड़ा, पंजाब मामलों के प्रभारी मनीष सिसोदिया और वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा जो इस कार्यक्रम में शामिल थे भी इस बात का जवाब नहीं दे सके। इस बात की पूरी चर्चा थी कि बीते कल मोहाली अदालत में जिस प्रकार से पुलिस ने पूर्व मंत्री विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के मामले में क्लीन चिट दी है उसको लेकर सरकार इससे बचाना चाह रही थी।
इस खबर को लेकर आज विपक्ष ने मुख्यमंत्री की जमकर आलोचना की है। मुख्यमंत्री को इस मामले में आलोचना इसलिए भी झेलनी पड़ रही है क्योंकि तब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला के खिलाफ भ्रष्टाचार के सुबूत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी राजिंदर सिंह ने सीधे मुख्यमंत्री को ही दिए थे।
इन सुबूतों को सार्वजनिक किए बिना मुख्यमंत्री ने विजय सिंगला को न केवल पद से हटा दिया बल्कि उनके खिलाफ केस भी दर्ज करवाया। सरकार के बनते ही दो महीनों के भीतर हुई इस कार्रवाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के इरादे स्पष्ट कर दिए। लेकिन तीन साल बाद जिस प्रकार से इस केस में सुबूतों की कमी बताते हुए क्लीन चिट दी जा रही है उसने मुख्यमंत्री को परेशानी में डाल दिया है।
बाजवा ने एक्स पर बोला हमला
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा , सच पर नाटकबाजी? 2022 में सीएम भगवंत मान ने एक भव्य शो करके दावा किया कि स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला कमीशन ले रहे थे। उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि ‘कोई और नहीं जानता, मैं सख्त कार्रवाई कर रहा हूं!’ अब? पंजाब पुलिस ने सिंगला को क्लीन चिट दे दी। कोई सबूत नहीं। कोई मामला नहीं। मान की फिल्मी शैली की राजनीति का बस एक और अध्याय। सुर्खियों के लिए एक स्क्रिप्टेड ड्रामा? यह शासन नहीं है। यह एक सर्कस है।
बीजेपी ने भी साधा निशाना
भाजपा नेता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने विजय सिंगला को क्लीन चिट देने को लेकर अपने एक्स अकाउंट पर कई सवाल उठाए हैं। लिखा कि क्या मुख्यमंत्री को यह पता है!मान साहब के पास जो सबूत थे, वे कहां गए?क्या यह मुख्यमंत्री की सहमति से लिया गया फैसला है या दिल्ली की जनता का फैसला है?क्या कमीशन का हिसाब-किताब अब तय हो गया है? क्या विजय सिंगला फिर से मंत्री बनेंगे?