एएम नाथ। शिमला : जिला शिमला में चिट्टा तस्करी का नेटवर्क चला रहे अंतरराज्यीय तस्कर शाही महात्मा पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। चिट्टा तस्करी के साथ उसके खिलाफ वित्तीय जांच भी शुरू कर दी है। इसके तहत नशे की तस्करी से अर्जित चल-अचल संपत्ति को जब्त किया जाएगा। शाही महात्मा उर्फ शशि महात्मा उर्फ शशि नेगी गांव बिजौरी रंटाड़ी, रोहड़ू का रहने वाला है। वह कई सालों से शिमला जिला में चिट्टा तस्करी का नेटवर्क चला रहा है। हाल ही में कोटखाई में पकड़ी 468 ग्राम चिट्टे की खेप के मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस गिरोह से जुड़े कई और सदस्यों की गिरफ्तारी भी होगी। ये लोग शाही महात्मा के इशारे पर जुब्बल, रोहडू़ और आसपास के क्षेत्रों में चिट्टा तस्करी का काम करते थे।
पुलिस इससे पूर्व भी इसी गिरोह से जुड़े एक अन्य मामले में भी आरोपी की करीब 55 लाख रुपये की संपत्ति को जब्त कर चुकी है। गौरतलब है कि पुलिस ने विगत दिनों एंटी नारकोटिक्स फोर्स के साथ संयुक्त अभियान में जम्मू-कश्मीर के मुद्दसीर अहम्मद निवासी कुपवाड़ा को गिरफ्तार किया था। उससे 468 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया था। इसकी बाजार में कीमत 18,00000 रुपये है। जांच में पता चला कि चिट्टा तस्करी के इस मामले में मुख्य सरगना शाही महात्मा है। इसके बाद पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया। पिछले साल रामपुर और आसपास के क्षेत्र में चिट्टा तस्करी का नेटवर्क चला रहे संजय भुरिया गिरोह का भी पुलिस भंडाफोड़ कर चुकी है। इसमें पुलिस ने गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की थी। वहीं नशे से अर्जित करीब 76 लाख रुपये की संपत्ति को भी जब्त किया गया था। अब पुलिस इसी तरह से शाही महात्मा पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है।
जम्मू-कश्मीर से सप्लाई ला रहे थे : चिट्टे की यह खेप जम्मू-कश्मीर से रोहडू़ लाई जा रही थी लेकिन इससे पहले ही गुप्त सूचना के आधार पर इसे बरामद कर लिया गया। अब पुलिस चिट्टा तस्करी के इस पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ करने की कोशिश में है और इससे जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।