गढ़श्ंकर। श्री गुरू रविदास वैल्फेयर स्र्पोटस कलब चूहड़पुर दुारा संविधान के निर्माता भारत रत्न डा. भीम राव अंबेडकर के जन्म दिवस को समर्पित समागम करवाया गया। जिसमें मान सम्मान व बराबरता और अधिकारों के प्रति चर्चा की गई। समागम में मुख्यातिथि डा. कशमीर चंद बंगा ने ज्योति प्रज्वलित करने से समागम का शुभांरंभ किया और कहा कि अगर संविधान में बाबा साहेब हमें अधिकार ना देते तो हमारी हालत पहले से बदतर होती। आज हम डाकटर, वकील मास्टर बने है तो यह सभी बाबा साहेव की देन है। कलब के चैयरमेन जगदीश सुमन ने मंच संचालन किया और कहा कि डा. अंबेदकर ने कहा कि था कि मेरे नारे लगाने से अच्छा है मेरे दर्शाए मार्ग पर चले। सेवानिवृत जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार करीहा व नरिंद्र बेगमपुरी ने भी संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने कहा था कि किसी भी समाज के विकास का पता उस समाज की महिलाओं की पढ़ाई से पता चल जाता है। इसलिए हमें अपने समाज को उन्नित के पथ पर लाने के लिए लड़कियों को पढ़ाना अवश्यक है। मास्टर शीतल राम सुमन ने आए हुए सभी अतिथियों को स्वागत किया। इस समय अमीर चंद सोनी, निर्मल ईटली, मोहिदं्र राम, बलवीर सिंह जस्सल, लहिंबर सिंह सुमन, जरनैल सिंह लधड़, रवि सुमन, दिलावर कटारिया, मदन लाल सुमन, सुमन कमलजीत कौर, जोगिंद्र कौर, शीश कौर, कशमीर कौर, प्यारी, मनजीत कौर, परमजीत कौर, राम लाल, संसार चंद, सरबजीत सुमन, अशोक सुमन आदि मौजूद थे।
संविधान में बाबा साहेब हमें अधिकार ना देते तो हमारी हालत पहले से बदतर होती : बंगा
Apr 20, 2021