नई दिल्ली : दिल्ली में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। दूसरी ओर इसे लेकर सियासत भी जोरों से हो रही है। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी मार्लेना ने आरोप लगाया कि हरियाणा की बीजेपी सरकार दिल्ली के हिस्से का पूरा पानी नहीं दे रही है। वहीं हरियाणा का कहना है कि दिल्ली को उसके हिस्से का पूरा पानी दिया जा रहा है और दिल्ली में पानी की बर्बादी हो रही है। हिमाचल सरकार ने पहले दिल्ली को पानी देने की बात कही थी मगर बाद में वह इससे मुकर गई। पानी के मुद्दे को सुलझाने के लिए आतिशी ने पीएम नरेंद्र मोदी को खत भी लिखा और शुक्रवार से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गई हैं। उनके अनशन को लेकर बीजेपी ने तो तंज किया है, साथ ही कांग्रेस भी पीछे नहीं रही है।
इससे साफ हो गया कि दिल्ली में कांग्रेस और AAP के बीच का गठबंधन अब बस कहने के लिए ही बचा है। कांग्रेस अब आम आदमी पार्टी पर बीजेपी की तुलना में कहीं ज्यादा हमलावर है। दिल्ली बीजेपी के प्रवीण शंकर कपूर और कपिल मिश्रा जैसे लोगों ने एक्स पर पोस्ट में आतिशी के अनशन को नौटंकी बताया है। उन्होंने कहा कि सुबह 11 बजे तक आतिशी अनशन स्थल से गायब हैं। वहीं कांग्रेस की अलका लंबा ने भी एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि पानी सत्याग्रह का मंच पूरी तरह से खाली है। सत्याग्रह करने वाले लोग आराम फरमा रहे हैं। देखा जाए तो अलका लम्बा ने आतिशी के धरने को लेकर तंज कस्ते हुए यह एक्स पर इस पोस्ट को शेयर किया है।
‘पानी सत्याग्रह’ का मंच खाली : अलका लांबा ने कहा कि यह दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा जारी ‘पानी सत्याग्रह’ के मंच की सुबह की तस्वीर है। मंच खाली है और मंत्री गायब हैं, जो पिछले कमरे में सत्याग्रह के नाम पर आराम फरमा रही हैं। जो सत्ता में हैं उन्हें धरना देने की बजाय समस्या का निराकरण करना चाहिए और यदि यह उनके बूते की बात नहीं है तो तत्काल इस्तीफा दें। वहीं दिल्ली बीजेपी ने आतिशी के अनशन को लेकर एक्स पर कहा कि ये कौन सा अनिश्चितकालीन सत्याग्रह है। जहां आतिशी लंच के समय और रात में AC कमरे में खाने और आराम करने चली जाती हैं! गजब का घोटाला चल रहा है।
पंजाब से पानी क्यों नहीं मांग रहीं जल मंत्री : दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी के अनशन को लेकर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। नई दिल्ली से भाजपा की सांसद बांसुरी स्वराज ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि जल मंत्री पंजाब से पानी क्यों नहीं मांग रहीं। समस्या से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस वक्त पानी के इंतजाम को लेकर तैयारी होनी थी, उस वक्त पर मंत्री दिल्ली के सीएम की गिरफ्तारी के खिलाफ बयानबाजी में लगी थीं। उन्होंने कहा कि आज जल मंत्री ने मेरे छह सवाल है। इस वर्ष मार्च में समर एक्शन प्लान क्यों नहीं बनाया।
हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के बीच पड़ने वाले पंजाब से पानी क्यों नही मांगती, जबकि वहां पर आपकी अपनी पार्टी की सरकार है। सिर्फ 28 लाख लोगों के लिए पानी क्यों मांग रही हैं। दिल्ली में करीब तीन करोड़ की आबादी है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पानी के संकट से जूझ रहे हैं।