चंडीगढ़, 6 अगस्त: चंडीगढ़ से सांसद और भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री मनीष तिवारी ने एक बयान में कहा है कि यह जानकर खुशी हुई कि उन्होंने संसद में यह प्रश्न उठाया था कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम (आईंसीसीसी) के चालू होने के बाद 2019 से 2025 के बीच कितने वाहनों का चालान किया गया है।
दुर्भाग्य से, चालानों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है।
चंडीगढ़ पुलिस ने अब यह सुनिश्चित करने की पहल की है कि अत्यंत गंभीर परिस्थितियों को छोड़कर, वाहनों का मैन्युअल चालान न किया जाए।
उन्होंने खुलासा किया कि यह जाँचना ज़रूरी है कि वर्ष 2022, 2023, 2024 और 2025 के बीच चालानों की संख्या इतनी तेज़ी से क्यों बढ़ी, जिसके कारण चंडीगढ़ के निवासियों और बाहर से काम के लिए चंडीगढ़ आने वालों को काफ़ी असुविधा और अपमान का सामना करना पड़ा।
यही कारण है कि चंडीगढ़ को दुर्भाग्यवश चंडीगढ़ के आसपास के इलाकों के लोगों द्वारा चालानगढ़ कहा जाने लगा है।
इसलिए यह आवश्यक है कि एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) के कामकाज की प्राथमिकता के आधार पर उचित और विस्तृत जांच की जाए।