सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुरोधा थे मुखर्जी–निपुण शर्म
मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर जिला भाजपा कार्यालय में पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित
होशियारपुर /दलजीत अजनोहा
भाजपा जिलाध्यक्ष निपुण शर्मा की अध्यक्षता में जिला भाजपा कार्यालय में जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसमें प्रदेश सचिव मीनू सेठी और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विजय सूद विशेष तौर पर उपस्थित हुए।
इस मौके कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश सचिव मीनू सेठी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने निडर होकर पंडित नेहरू की नीतियों का विरोध किया और वैकल्पिक राजनीति की नींव रखी। उनका यह विचार आज भी भाजपा की प्रेरणा है। धारा 370 को हटाकर और राम मंदिर का पुनर्निर्माण कर प्रधानमंत्री मोदी ने उनके सपनों को साकार किया है। उन्होंने हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए इसे भारत की सैन्य शक्ति और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया। साथ ही, दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानव दर्शन को भाजपा की नीति की आत्मा बताया।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विजय सूद ने कहा कि डॉ. मुखर्जी को भारत की एकता का प्रेरणा स्रोत बताते हुए कहा कि उनके बलिदान को मोदी सरकार ने धारा 370 को हटाकर सच्ची श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी का चिंतन सिर्फ कश्मीर तक सीमित नहीं था, बल्कि शिक्षा, भाषा, लघु उद्योग और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे विषयों पर भी उनका दृष्टिकोण अद्वितीय था।
भाजपा जिला अध्यक्ष शर्मा ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुरोधा थे।
उनका जीवन त्याग, तपस्या और राष्ट्रभक्ति की अमिट गाथा है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की दिशा में बढ़ते भारत को उनके विचार निरंतर प्रेरणा देते हैं।
डॉ. मुखर्जी भारतीय विचारधारा के ध्वजवाहक थे। उन्होंने ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे’ का नारा दिया, जो 2019 में धारा 370 हटाकर साकार हुआ। आज कश्मीर विकास के रास्ते पर है, और यह डॉ. मुखर्जी के बलिदान की वजह से संभव हो पाया।
इस मौके बिंदुसार शुक्ला,जिंदू सैनी,अश्वनी ओहरी, सुधीर शर्मा,अंकुश वालिया, एडवोकेट मुनीश रल्हन,बिंदु सूद,पल्ववी वशिष्ठ, गुरमिंदर कौर,रजनी सैनी,ममता, महिंदरपाल सैनी,प्रेम बजाज,वरुण पंडित,अरुण जैन, कुर्बान,अशोक कुमार आदि कार्यकर्ताओं ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।