चंडीगढ़ : पंजाब में साइलोज को खरीद का अधिकार देने के बाद शुरू हुए विवाद पर आम आदमी पार्टी के प्रबक्ता मलविंदर कंग व मंडी बोर्ड पंजाब के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसठ ने सरकार पर लग रहे आरोपों को बेबुनियाद बताया और पुरानी सरकारों पर निशाना साधा। इतना ही नहीं, उन्होंने आदेश का जिक्र भी किया, जिसमें साइलोज से खरीद का अधिकार छीन लिया गया है।
मलविंदर सिंह कंग ने आरोप लगाया है कि पुरानी सरकारों के समय प्राइवेट साइलोज को खरीद का अधिकार दिया गया था। लेकिन आम आदमी पार्टी ने ऐसे आदेशों को डी-नोटिफाई कर दिया है। जिसके बाद अब ये साइलोज मात्र स्टोरेज के काम आएंगे, इनके सब-यार्ड रद्द कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो विरोधी पार्टियाां शोर मचा रही हैं, उनसे सवाल करने चाहिए कि उन्होंने अपनी सरकार के समय प्राइवेट मंडियों को कैसे अनुमति दे दी।
उन्होनों ने अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल पर निशाना साधते हुए कहा कि 2013 में जब उनके ससुर प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री और उनके पति सुखबीर बादल उप-मुख्यमंत्री थे तो उनकी सरकार ने 6 प्राइवेट साइलोज को खरीद का अधिकार दिया था। वहीं, प्रताप सिंह बाजवा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के समय 8 प्राइवेट साइलोज को प्राइवेट मंडी का रूप दिया गया। मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि सीएम भगवंत मान ने किसानों के दुख को समझा है और पुरानी सरकार के समय से चले आ रहे आदेशों को डी-नोटिफाई कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल सभी एक जैसे ही हैं।
उन्होंने हरसिमरत बादल पर आरोप लगाया कि केंद्रीय कैबिनेट में होते हुए हरसिमरत बादल ने कभी तीन काले कानूनों का विरोध नहीं किया। इसी तरह जब प्राइवेट मंडियां बनाई जा रही थीं, तब भी उसका विरोध नहीं किया गया। हरचंद सिंह बरसढ़ ने बताया कि आज निकले ऑर्डर नंबर 157166 के अनुसार, साइलोज के पास अब सिर्फ स्टोरेज का अधिकार है और इनके सब यार्ड रद्द कर दिए गए हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार किसानों की हिमायती रही है। ये गलत आरोप हैं कि मंडियों को रद्द किया जा रहा है। आप सरकार ने मंडी सिस्टम को मजबूत किया है और इससे मंडी बोर्ड की आमदन भी बढ़ी है। पिछले लंबे समय से जो अदायरे बंद थे, उन्हें शुरू किया जा रहा है।