एएम नाथ। चम्बा : महिला एवं बाल विकास विभाग ने सौ दिवसीय कार्यक्रम के तहत सिल्लाघराट पंचायत में एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन कियाl शिविर का मुख्य उद्देस्य ग्रामीण लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना था। शिविर में उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, ग्रामीण महिलाओं व उपस्थित लोगों को महिला एवं बाल विकास विभाग व वन स्टाप सेंटर द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं को साझा करना था, ताकि सभी पात्र लोगों तक जानकारी पहुंच सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बाल विकास परियोजना अधिकारी अमर सिंह ने की। ICDS सुपरवाइजर धनो देवी ने उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों का स्वागत किया। उन्होंने पोषण आहार पर बच्चों को जानकारी दी व बच्चों को हरी सब्जियों और फलों का अधिक से अधिक उपयोग करने की हिदायत भी दीl ज़िला मिशन समन्वयक मनोहर नाथ ने बच्चों को अच्छे और बुरे स्पर्श की पहचान के बारे में बताया। इसके अतिरिक्त,
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना और भ्रूण हत्या के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने BBBP योजना के तहत बालिकाओं के गिरते लिंगानुपात को देखते हुए सरकार के द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के बारे में बताया ताकि बेटी के जन्म पर माता पिता को सम्मान के साथ प्रोत्साहन भी मिल सके l उन्होंने बताया कि भ्रूण हत्या से माता का स्वास्थ्य भी खराब होता है और यह कानूनन जुर्म भी है जिसमे सजा का प्रावधान हैं l
जेंडर स्पेशलिस्ट ज्योति ने स्पॉन्सरशिप, मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना 2023, अडॉप्शन, और आफ्टर केयर के बारे में भी जानकारी दी। साथ ही ICDS के अंतर्गत चलने वाली मिशन शक्ति योजना के बारे में उपस्थित कार्यकर्ताओं और महिलाओं को जानकारी दी l उन्होंने मिशन शक्ति के अंतर्गत चलने वाली सरकार की सभी योजनाओं के बारे में जागरूक किया। वन स्टाप सेंटर समन्वयक मधु ने वन स्टॉप सेंटर के बारे में महिलाओं को संपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार से घरेलू हिंसा से प्रताड़ित महिला वन स्टॉप सेंटर में संपर्क कर सकती है वन स्टॉप सेंटर में आई हुई प्रताड़ित महिलाओं को स्वास्थ्य चिकित्सा के साथ कानूनी सुविधा भी प्रदान की जाती है।
पंचायत प्रधान रीना देवी ने शिविर को करवाने के लिए महिला एवम बाल विभाग का धन्यवाद किया। उन्होंने सभी बच्चों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्थानीय लोगों को शिविर में दी गई समस्त जानकारियों को लोगों से साझा करने की अपील की ताकि शिविर को करवाने का उद्देश्य पूरा हो सके। इस जागरूकता शिविर में कुल 90 प्रतिभागियों ने भाग लिया।