25 दिसम्बर सुशासन दिवस और 26 को वीर बाल दिवस मनाएगी भाजपा
हिमाचल में पीठ का बोझ उतारने में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क का बहुत बड़ा योगदान : जयराम ठाकुर
एएम नाथ। मंडी : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 25 दिसम्बर को भाजपा सुशासन दिवस के रूप में मनाने जा रही है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत बूथ स्तर पर अटल स्मृति सभाओं का आयोजन किया जाएगा, सभा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी और कविताओं का वाचन भी युवा प्रतिभागियों के द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम में बूथ के युवा सदस्यों द्वारा स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के भाजपा के संस्थापक और भारत के प्रधानमंत्री के रूप में उनके प्रमुख योगदान पर चर्चा की जाएगी। इस कार्यक्रम में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ काम करने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ता और उनके कार्यकाल के समय सक्रिय रहने वाले कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो सबसे बड़ी समस्या थी वह सड़कों की थी। एक राजनेता के रूप में मैने भी प्रदेश के लोगों की पीठ का बोझ उतारने का प्रयास किया। सही मायने में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी हिमाचल वासियों की पीठ का बोझ उतारने का काम प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने किया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी के इस विजन की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। उनके द्वारा बनाया गया यह मॉडल हिमाचल के लिए किसी वरदान से काम नहीं है। इसी वजह से आज प्रदेश में हर साल हजारों किलोमीटर ग्रामीण सड़कें बनती हैं किसने हिमाचल के दूर से दूर स्थित गांव को पूरे देश से जोड़ा है। हिमाचल समेत समस्त भारत इसके प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करता है।
इसी प्रकार मण्डल स्तर पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्मित किसी सड़क पर भाजपा के झंडे और तख्ती लेकर एक से दो किलोमीटर लंबी सुशासन यात्रा की जाएगी। यात्रा के बाद चौपाल लगाकर श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार और मोदी सरकार की किसान कल्याण उपलब्धि एवं योजनाओं के साथ-साथ विकास कार्यों से क्षेत्र में आए सुधार पर चर्चा की जाएगी। जिला स्तर पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी जिसमें अटल जी के जीवन और योगदान का विवरण होगा। इसके साथ साथ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के सुशासन, राष्ट्रहित में उनके द्वारा किए गए कार्यों और के साथ साथ उनके व्यक्तित और कृतित्व पर प्रकाश डाला जाएगा।
जयराम ठाकुर ने कहा कि 26 दिसबंर को देश भर में वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। साहिबजादे जोरावर सिंह व फतेह सिंह के बलिदान से देश में सिर्फ एकआदर्श ही प्रस्तुत नहीं हुआ, बल्कि देश में धर्म व आस्था का परचम स्थापित हुआ है। पीएम मोदी ने उनके इस बलिदान के महत्व को अतीत से जोड़ने संग भारत की संस्कृति व इतिहास, बलिदान-वीरता से देश की युवा पीढ़ी कैसे सीखें। इसके चलते ही वर्ष 2022 को पीएम मोदी की ओर से वीर बाल दिवस घोषित किया गया। इसके तहत ही आज पूरे भारत को मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि 1705 में सिरसा नदी के पास मुगलों ने गुरु गोविंद सिंह पर हमला किया था। इस दौरान उनका परिवार बिछड़ गया था। उस समय उनकी दादी गुजरी देवी, बेटे जोरावर सिंह नौ व फतेह सिंह सात वर्ष के थे। जिसे मुगलों ने बंदी बना लिया। उनके साथ अत्याचार किया। मुगलों ने धर्म परिवर्तन हेतु उन्हें साम, दाम दंड भेद से मनाने की कोशिश की जिसे साहिबजादों द्वारा नकार दिया गया तो बर्बर मुगलों ने उन्हें जीवित ही दीवारों में चिनवा दिया गया था, उनका त्याग-बलिदान को अब राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। समस्त भारतवर्ष उनके इस बलिदान का ऋणी है। प्रदेश के 171 मंडलों में इस अवसर पर समारोह का आयोजन उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करके उनके बलिदान को याद किया जाएगा।