सोमभद्रा ब्रांड से जुड़े स्वयं सहायता समूहों के कार्यों की उपायुक्त ने की समीक्षा
ऊना : डीआरडीए ऊना में आज सोमभद्रा ब्रांड से जुड़े स्वयं सहायता समूहों की समीक्षा बैठक उपायुक्त ऊना राघव शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में उपायुक्त ने सभी स्वयं सहायता समूहों को उच्च गुणवत्ता, साफ-सफाई व उचित पैकेजिंग का विशेष ध्यान रखने को कहा ताकि मार्किट में दूसरी कंपनियों द्वारा तैयार उत्पादों के मुकाबले एसएचजी द्वारा तैयार उत्पाद लोगों के लिए आकर्षक बने। उन्होंने कहा कि सोमभद्रा ब्रांड का मकसद जिला ऊना में स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों को देश व प्रदेश में एक अलग पहचान देना है और इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। डीसी ने बताया कि वर्तमान में ऊना जिला के 32 स्वयं सहायता समूहों को सोमभद्रा ब्रांड से जोड़ा गया है, जिनमें ऊना ब्लॉक के 9, बंगाणा के 2, गगरेट के 10, अंब के 5 और हरोली के 6 स्वयं सहायता समूह शामिल हैं।
बैठक में स्वयं सहायता समूहों द्वारा रिवोल्विंग फंड, ब्लॉक तथा जिला स्तर पर स्थाई विक्रय केंद्र खोलने, खेवट बेहड़ बायोमार्ट व उत्पादों की पैकेजिंग के लिए सिलिंग मशीन उपलब्ध करवाने की मांग की। जिस पर डीसी ने पीओ डीआरडीए को औपचारिकताएं पूर्ण कर सभी मांगों को पूरा करने के निर्देश दिए तथा स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पाद विक्रय करने के लिए केनोपिज़ उपलब्ध करवाने को भी कहा। इसके अलावा उन्होंने स्थाई विक्रय केंद्र खोलने के लिए संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए।
बैठक में पीओ डीआरडीए संजीव ठाकुर, एलवीडीसी रंजना बख्शी, सभी विकास खंडों के एलएससीओ तथा सोमभद्रा ब्रांड से जुडे स्वयं सहायता समूहों के संचालक उपस्थित रहे।
