विश्व मलेरिया दिवस पर पोस्सी में जागरूकता गोष्ठी
गढ़शंकर : विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोसी में एसएमओ डॉ. रघबीर सिंह के नेतृत्व में बलॉक स्तरीय मलेरिया जागरूकता गोष्ठी एवं ब्लॉक के बिभिन गांवों में जागरूकता शिविरों आयोजित किये गए। इस दौरान एसएमओ डॉ. रघबीर सिंह ने बताया कि मलेरिया कोई भी बुखार हो सकता है। यह मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है , जो खड़े पानी में पैदा होता है और रात और सुबह मकाटता है। ठंड लगना और कंपकंपी के साथ बुखार, तेज बुखार और सिरदर्द, बुखार कम होने पर शारीरिक थकावट और कमजोरी, बुखार के साथ पसीना आना मलेरिया के लक्षण हैं। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्हींनो ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार, 2019-2020 में 625,000 की तुलना में 2021 में वैश्विक स्तर पर मलेरिया के कारण अनुमानित 619,000 मौतें हुईं। उन्होंने कहा कि मलेरिया मुक्त समाज बनाने के लिए सबकी भागीदारी जरूरी है तभी 2025 तक पंजाब को मलेरिया मुक्त राज्य बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि और जन जागरूकता अभियानों के माध्यम से 2000 के बाद से अनुमानित 2 अरब मलेरिया के मामलों और 11.7 मिलियन मौतों के होने से बचाया गया है। । उन्होंने कहा कि आज ब्लॉक के विभिन्न गांवों व स्वास्थ्य केन्द्रों में फील्ड स्टाफ एमपीएचएस (पुरुष एवं महिला), एमपीएचडब्ल्यू (पुरुष एवं महिला) व सीएचओ ने लोगों को भ्रमण कर मलेरिया व डेंगू के प्रति जागरूक किया। उन्हींनो ने हर शुक्रवार को फ्राई डे-ड्राई मनाने के लिए प्रेरित किया। उन्ही कहा ने कहा कि पंजाब के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मलेरिया की जांच नि:शुल्क की जाती है और इलाज भी नि:शुल्क है। स्वास्थ्य विभाग का अमला घर-घर जाकर बुखार का सर्वे करता है, जिसका मलेरिया उन्मूलन में अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि हमें अपने घरों के आस-पास साफ पानी नहीं जमा होने देना चाहिए और साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए। इस मौके पर डॉ. हरपुनीत कौर, डॉ. नवलदीप सिंह, डॉ. रमनदीप कौर, नर्सिंग सिस्टर परमजीत कौर, एलएचवी जोगिंदर कौर, नीलम रानी नेत्र रोग विशेषज्ञ मौजूद रहीं।