एएम नाथ । ठियोग : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार को ठियोग विधानसभा क्षेत्र के नारकंडा के दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने हाटू मंदिर पहुंचकर शीश नवाया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि लंबे वक्त से पहाड़ों में बारिश नहीं हुई है। इसकी वजह से सेब बागवानों को परेशान होना पड़ रहा है। उन्होंने माता से कामना की है कि जल्द से जल्द पहाड़ों में बारिश हो, ताकि सेब बागवानों की साल भर की मेहनत खराब न हो जाए।
पर्यटन को बढ़ावा देने पर काम कर रही सरकार : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा कि ठियोग इलाके में बारिश के दौरान आई आपदा से भारी नुकसान हुआ था।।उस वक्त भी सरकार ने आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्रों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हिमाचल के सीएम के मुताबिक राज्य सरकार ने नारकांडा में आइस स्केटिंग रिंक स्थापित करने के लिए पांच करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। यहां एक बहुउद्देशीय खेल हॉल भी निर्मित किया जाएगा। इसके अलावा, प्रदेश सरकार हाटू मंदिर तक रोपवे स्थापित करने पर भी विचार कर रही है. पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए हाटू मंदिर सड़क को चौड़ा करने की योजना पर भी सरकार काम कर रही है
मुख्यमंत्री सुक्खू का बीजेपी पर निशाना : मुख्यमंत्री ने आम जनता की परेशानी भी सुनी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार प्रदेश सरकार ने मंडी मध्यस्थता योजना के तहत सेब उत्पादकों की सभी देनदारियों का भुगतान किया है। राज्य सरकार ने पिछली भाजपा सरकार की 90 करोड़ रुपये की देनदारी सहित सभी देनदारियों को निपटाने के लिए 153 करोड़ रुपये जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों और बागवानों को सेब कीटनाशकों और उर्वरकों पर मिलने वाली सब्सिडी को पिछली भाजपा सरकार ने बंद कर दिया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसे बहाल कर दिया है। कांग्रेस सरकार ने सेब के समर्थन मूल्य में 1.50 रुपये प्रति किलोग्राम की ऐतिहासिक वृद्धि की है। जिससे सेब का समर्थन मूल्य अब 12म रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। पिछले साल प्रदेश सरकार ने प्रति किलोग्राम के आधार पर सेब की बिक्री सुनिश्चित की थी और अब इस साल यूनिवर्सल कार्टन प्रणाली लागू की जा रही है।