एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट के लिए मंगलवार को हुई वोटिंग में कांग्रेसी विधायकों के जमकर क्रॉस वोटिंग के बाद विधायक बबलू की वोट लेकर फंसा पेंच फंसा हुआ है। भाजपा द्वारा हंगामा करने के बाद गिनती पूरी होने के बाद भी नतीजा रोक दिया गया है। उधर मुख्यमंत्री सुक्खू ने साफ़ खा के उनके पास बहुमत है। सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस द्वारा उनके विधायकों को प्रदेश से बाहर ले जाया गया है।
करने के बीच क्रॉस वोटिंग करने वालों में कांग्रेसी विधायकों धर्मशाला के सुधीर शर्मा,सुजानपुर के राजेंद्र राणा, कुटलैहड़ के देवेंद्र भुट्टो, बड़सर के इन्दर दत्त लखनपाल, गगरेट के चैतन्य शर्मा और लाहौल-स्पीति के रवि ठाकुर का नाम आ रहा था । उक्त सभी विधायक वोटिंग से पहले सुबह एक ही गाड़ी में विधानसभा पहुंचे। विधानसभा के बाहर गाड़ी से उतरते ही भाजपा विधायक बिक्रम ठाकुर और राकेश जम्वाल इनसे मिले थे। इसके इलावा तीन निर्दलीय विधायकों हमीरपुर के आशीष शर्मा, देहरा के होशियार सिंह और नालागढ़ के केएल ठाकुर के भी भाजपा कैंडिडेट हर्ष महाजन को वोट देने की बात कही जा रही थी । अब उक्त सभी नौ विधायकों को सीआरपीएफ की सिक्योरिटी केंद द्वारा देने के बाद शक करीब करीब पुख्ता होता जा रहा है कि इन विधायकों द्वारा ही क्रॉस वोटिंग की होगी।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के छह विधायक और तीन निर्दलीय वोटिंग के बाद हरियाणा के पंचकूला पहुँच गए है और वहां पर हरियाणा में भाजपा सरकार होने के कारण ही वहां सभी 9 विधायक पहुंचे है।
उधर विधायक सुदर्शन बब्बलू के वोट के राज्य चुनाव आयोग से केंद्रीय चुनाव आयोग ने स्पष्टीकरण मांगा है। भाजपा द्वारा हंगामा करने के बाद मतगणना के नतीजा रोका हुआ है। नेताप्रतिपक्ष जयराम ठाकुर आरोप है कि होशियापुर से विधायक सुदर्शन बब्बलू को मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर से लाना और मुख्यमंत्री की कर से विधानसभा परिसर तक लेकर आना चुनाव अचार संहिता की उलंघना है। इस लिए विधायक सुदर्शन बब्बलू का वोट अलग रखा जाएं। मुक्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगया है कि उनके 6 विधायकों को सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस लेकर गई है। उनके परिवार वाले उनसे सम्पर्क करने की कोशिश कर रहे है। भाजपा की यह गुंडागर्दी है और हिमाचल के लोग इससे सहन नहीं करने वाले। हमारे पास स्पष्ट बहुमत है।