हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल 413 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिनकी किस्मत की चाबी 12 नवंबर को होने वाले चुनाव के बाद ईवीएम मशीनों में बंद हो जाएगी, जिसमें से 8 दिसंबर को 68 उम्मीदवारों की किस्मत खुलकर चमकेगी। इसके लिए चुनाव कमिशन द्वारा प्रदेश के 55 लाख वोटरों के लिए 7881 मतदान केंद्र तय किए गए हैं। चुनाव प्रचार संपन्न होने के साथ ही गुरुवार से दूरदराज के इलाकों में पोलिंग पार्टियां रवाना होना शुरू हो गई हैं। वहीं 12 नवंबर की शाम 5 बजे तक शराब की बिक्री पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। चुनाव को प्रभावित करने वाली कोई भी सामग्री प्रदेश में बाहरी राज्यों से न पहुंच सके, इसके लिए प्रशासन ने प्रदेश की सीमाएं पूरी तरह सील कर दी हैं। गुरुवार को भाजपा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रचार किया, जबकि कांग्रेस के लिए पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, भूपेश बघेल, सचिन पायलट, राजीव शुक्ला मैदान में उतरे।
प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने को धारा-144 लागू :
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर वीरवार शाम को पांच बजे से प्रचार का शोर थम गया है। कांगड़ा जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि 12 नवंबर को होने वाले चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के उद्देश्य से धारा-144 के अंतर्गत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए कांगड़ा जिले में एक साथ 5 से अधिक लोगों के एकत्रित होने, साथ चलने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा अवैध तरीके से इकट्ठे होने और जन सभाओं को भी प्रतिबंधित किया गया है। यह प्रतिबंध 13 नवंबर शाम 5 बजे तक लागू रहेगा। हालांकि ये आदेश आर्म्ड, पैरा मिलिट्री फोर्स, गृह रक्षकों, पुलिस के जवानों, राष्ट्रीयकृत और शेड्यूल कमर्शियल बैंकों के गार्ड सहित कानून व्यवस्था में तैनात अन्य कर्मियों पर लागू नहीं होंगे। चुनाव को लेकर अंतिम 48 घंटों में घर-घर प्रचार पर कोई पाबंदी नहीं है।
हिमाचल के 68 विधानसभा क्षेत्रों में 413 उम्मीदवार आजमा रहे अपनी किस्मत
Nov 11, 2022