एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश में अनुकंपा के आधार पर नौकरी का इंतजार कर रहे लोगों के लिए सरकार ने खुशखबरी दी है। विधानसभा के मानसून सत्र में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का मुद्दा गूंजा।
विधायक जनक राज ने प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा कि प्रदेश में अनुकंपा के आधार पर नौकरी के कितने मामले लंबित हैं? सरकार ने कितने अभ्यर्थियों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी है? इसके जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि प्रदेश में अनुकंपा के आधार पर नौकरी के 1415 मामले लंबित हैं। ये मामले विभिन्न सरकारी विभागों में 30 नवंबर 2023 तक लंबित हैं। नौ महीने के अंदर भर्ती का वादा
इसके बाद सीएम ने कहा कि युवा बहनों और विधवा हो चुकी महिलाओं को अगले नौ महीने के भीतर अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाएगी। सरकारी सेवा के दौरान मृत कर्मचारियों के पात्र आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की सरकार की नीति के प्रावधानों के अनुसार प्रक्रिया जारी है। सरकार अनुकंपा के आधार पर पात्र आश्रितों को नौकरी देने का पूरा प्रयास कर रही है। इसके लिए चार सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी गठित की गई है।
करुणामूलक नौकरियों पर सीएम ने दिए आंकड़े : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 1 जनवरी 2023 से 30 नवंबर 2023 तक 180 अभ्यर्थियों को करुणामूलक आधार पर नौकरी दी गई है। इनमें से 38 अभ्यर्थी तृतीय श्रेणी और 142 चतुर्थ श्रेणी में कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि करुणामूलक आधार पर नौकरियों के लंबित 1415 मामलों में से तृतीय श्रेणी के 679 और चतुर्थ श्रेणी के 636 मामले लंबित हैं। वह सब-कमेटी से सभी विधायकों से सुझाव लेने को कहेंगे।