शिमला : हिमाचल प्रदेश में अब ढाबा नीति लागू होगी। इस नीति के तहत हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें ब्रेकफॉस्ट, लंच और डिनर के समय कहां-कहां रुकेंगी, इसके लिए ढाबों का चयन होगा। अपनी मर्जी से किसी भी ढाबे में अगर चालक परिचालक बस को रोकते हैं, तो उन पर कार्रवाई होगी।
पथ परिवहन निगम प्रबंधन ने इस नीति पर काम करना शुरू कर दिया है। जल्द ही ढाबा मालिकों से आवेदन मांगे जाएंगे। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के रेट निगम प्रबंधन से अप्रूव होंगे। इसकी सूची ढाबे के बाहर लगेगी। इस नीति के तहत ढाबा मालिकों का खाने में क्या क्या मैन्यू रहेगा, इसका जानकारी निगम प्रबंधन की ओर से ली जाएगी। इसके साथ ही ढाबे में शौचालय की व्यवस्था, साफ-सफाई, ढाबा कम से कम दो साल पुराना हो, पकवान में किसी भी तरह की शिकायतें न हों, ढाबे के पास गाड़ियों के क्रॉसिंग होने की उचित जगह, बैठने की उचित व्यवस्था हो।
खास ध्यान रखा जाएगा कि सवारियों के साथ बदतमीजी न हो। ढाबा में काम करने वाले कर्मचारियों को सवारियों के साथ अच्छी तरह से पेश आना होगा। शिकायत पाए जाने पर परिवहन निगम ढाबे को सूची से बाहर कर देंगे। उल्लेखनीय है कि कई बार ढाबे में खाने को लेकर सवारियां शिकायत करते हैं। पैसे ज्यादा वसूलने का मामला भी एचआरटीसी के ध्यान में है। एचआरटीसी प्रबंध निदेशक निपुण जिंदल ने कहा कि पहले ढाबा नीति नहीं थी। पथ परिवहन निगम की ओर से जहां बस खड़ी करने के लिए कहा जाता था, उन ढाबों के पास बस रुकती थी। अब इसको लेकर नीति बनाई जा रही है। पथ परिवहन निगम की हालही मैं हुई बीओडी (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर) की बैठक में नीति बनाने को मंजूरी दी गई है। अब इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रह है। शीघ्र ही इसके लिए आवेदन मांगे जाएंगे।