अजायब सिंह बोपाराय / एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट के लिए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी और भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन के बीच मुकाबला हो रहा है। जिसके लिए अब तक सभी 68 वोट डाले जा चुके है। प्रदेश में 68 विधायकों में कांग्रेस के 40, भाजपा के 24 और निर्दलीय 3 विधायक हैं। अगर संख्या बल जाए तो साफ़ है कि विपक्ष में बैठी भाजपा से सत्ता पर काबिज दल कांग्रेस बहुत आगे हैं। उधर, राज्यसभा सदस्य के लिए क्रॉस वोटिंग 9 से 10 विधायकों द्वारा किए जाने की बात निकल कर बाहर आ रही है, जिसमें तीन निर्दलीय बताए जा रहे हैं। क्रॉस वोटिंग करने वाले 10 विधायक है या ज्यादा या 10 विधायक ही है, उन्मे निर्दलीय शामिल हे जा नहीं यह तो अब वोटों की गिनती के बाद ही पता चलेगा। सतलुज ब्यास टाइम्स इसकी पुष्टि नहीं करता कि क्रॉस वोटिंग हुई है या नहीं या कितने विधायकों ने की है । लेकिन अगर बात बाहर निकल कर आ रही है तो कुछ तो बड़ा होने वाला तय माना जा रहा है। अब 5:00 बजे के बाद चुनावी नतीजे आने पर स्थिति स्पष्ट होगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी असमंजस में दिखे, उन्हीनों ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के लिए शाम को मतगणना है। उसके बाद कुछ बात करेंगे। अगर कांग्रेस का कोई विधायक बिका नहीं होगा तो राज्यसभा सदस्य को 40 के 40 वोट मिलेंगे। मतगणना के बाद ही बात पक्की होगी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि रात को बैठक में किसी ने कोई नाराजगी जाहिर नहीं की। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि कांग्रेस इसमें विजयी होगी। संकट की घड़ी जरूर है।
15 सीटों पर सुबह 9 बजे से वोटिंग जारी : तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में राज्यसभा की 15 सीटों पर सुबह 9 बजे से वोटिंग जारी है। शाम 5 बजे के बाद वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। उत्तर प्रदेश की 10, कर्नाटक की 4 तो हिमाचल प्रदेश की एक सीट पर चुनाव हैं। उधर वोटिंग के दौरान यूपी में सपा के चीफ व्हिप और विधायक मनोज कुमार पांडे ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। नामांकन के आखिरी दिन (21 फरवरी) भाजपा ने उत्तर प्रदेश से 8वां प्रत्याशी संजय सेठ को उतार दिया था। इससे सपा का गणित बिगड़ सकता है। तीनों ही राज्यों में क्रॉस वोटिंग की आशंका है। वजह है- 15 सीटों पर 18 कैंडिडेट मैदान में हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के 8 विधायकों पर सस्पेंस है। 15 राज्यों में राज्यसभा की 56 सीटें खाली हैं, जिनमें से 12 राज्यों की 41 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं।