गगरेट : कांग्रेस को चुनाव से पहले उस समय बड़ा झटका लगा है जब पार्टी के तीन बार के विधायक और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव राकेश कालिया भाजपा में शामिल हो गए।। उन्हें भाजपा में हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने भाजपा में भाजपा का पटका पहना शामिल किया।
कांग्रेस ने इस बार यहां से युवा चेहरे चैतन्य शर्मा को पार्टी प्रत्याशी बनाया है। जिससे नाराज होकर कालिया कांग्रेस का साथ छोड़ा। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं की विचार विमर्श किया। राकेश कालिया चिंतपूर्णी विधानसभा सीट से 2 बार और एक बार गगरेट सीट से विधायक रह चुके हैं।
राकेश कालिया ने मुबारिकपुर में जनसभा का आयोजन किया और यह जनसभा दोपहर 2 बजे तक चली। इस दौरान कालिया ने हिमाचल प्रदेश भाजपा के इंचार्ज अविनाश राय खन्ना की मौजूदगी में भाजपा का दामन थामा।
2003 में पहली बार विधायक चुने गए फिर हैट्रिक लगाने के बाद 2017 में चुनाव हारे :
2003 में उन्होंने पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और विजयी रहे। 2007 में राकेश कालिया ने तिकोने मुकाबले में 16135 मतों के अंतर से जीत दर्ज की और लगातार दूसरी बार विधायक बने। 2012 में चिंतपूर्णी सीट आरक्षित हो गई। इसके बाद राकेश कालिया को अपना चुनाव क्षेत्र बदलना पड़ा। फिर उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर गगरेट से चुनाव लड़ा। यहां से भी कालिया चुनाव जीत गए। वीरभद्र सरकार दौरान मुख्य संसदीय सचिव और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रहे। इस दौरान मध्य प्रदेश के कांग्रेस सह प्रभारी भी रहे। लेकिन 2017 में राकेश कालिया ने गगरेट से भाजपा के राजेश ठाकुर से चुनाव हार गए। इस बार कांग्रेस ने राकेश कालिया का टिकट काट दिया।