20 वर्षीय छात्र ने देशभर में किया पंजाब का नाम रोशन, अध्यापक मोहित मोहन के मार्गदर्शन का महत्वपूर्ण योगदान
होशियारपुर। होशियारपुर के 20 वर्ष के सक्षम वशिष्ट ने सर्टिफिकेट कोर्स फ़ॉर अकाउंटेंट्स ऑफ पंचायत एंड म्यूनिसिपल बॉडीज के लैवल-1 की परीक्षा में 96 प्रतिशत अंक प्राप्त कर संपूर्ण भारत में प्रथम स्थान हासिल किया है। यह अब तक इस परीक्षा में सबसे कम आयु के छात्र की ओर से प्राप्त किए गए सर्वोच्च अंक हैं। इस परीक्षा में 18 वर्ष से 60 वर्ष तक की आयु के लोग हिस्सा लेते हैं। उनकी इस अद्वितीय उपलब्धि से न केवल कॉलेज बल्कि पूरे पंजाब में हर्ष का माहौल है।
गौरतलब है कि सक्षम वशिष्ट ने मात्र 19 वर्ष की आयु में सरकारी कॉलेज होशियारपुर में बीकॉम (ऑनर्स) के छठे सेमेस्टर की परीक्षा 90 प्रतिशत अंकों के साथ पास कर पंजाब यूनिवर्सिटी में भी रैंकिंग हासिल की थी।
यह परीक्षा बोर्ड फ़ॉर लोकल बॉडीज अकाउंटेंट्स सर्टिफिकेशन, आई.सी.ए.आई. अकाउंटिंग रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित की जाती है। यह पहल भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सी.ए.जी.) तथा भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (आई.सी.ए आई.) के संयुक्त तत्वावधान में होती है। यह पहली बार है जब पंजाब के किसी छात्र ने पूरे देश में लैवल-1 परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
इस परीक्षा के लिए नॉर्थ जोन का केंद्र चंडीगढ़ में स्थापित किया गया था और यह परीक्षा 9 जनवरी 2025 को संपन्न हुई थी। इस कठिन परीक्षा में देशभर से छात्रों ने भाग लिया, लेकिन सक्षम वशिष्ट ने अपनी मेहनत और उत्कृष्ट ज्ञान से सबसे अधिक अंक अर्जित कर यह सम्मान हासिल किया। इससे पहले 9 अगस्त 2024 को सर्टिफिकेट कोर्स फ़ॉर अकाउंटेंट्स ऑफ पंचायत एंड म्यूनिसिपल बॉडीज हुए एंट्रेंस-कम-स्क्रीनिंग एग्जाम में भी सक्षम ने 92 प्रतिशत अंक लेकर इंडिया टॉप किया था।
सक्षम वशिष्ट वर्तमान में सीए इंटर क्लीयर कर आर्टिकलशिप कर रहे हैं। इस परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर उन्होंने यह साबित किया है कि कठिन परिश्रम और सही दिशा में किए गए प्रयासों से कोई भी सफलता प्राप्त कर सकता है। वे आर.टी.आई. अवेयरनेस फोरम पंजाब के फाउंडर चेयरमैन राजीव वशिष्ट व साक्षी वशिष्ट के पुत्र हैं। सक्षम की इस उपलब्धि पर उनकी दादी शामा वशिष्ट व समूह वशिष्ट परिवार ने अध्यापक मोहित मोहन का आभार प्रकट किया।
अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए सक्षम वशिष्ट ने कहा कि उसकी इस उपलब्धि का श्रेय उसके अध्यापक एवं मार्गदर्शक मोहित मोहन और माता-पिता को जाता है। सक्षम ने कहा कि उनके अध्यापक मोहित मोहन ने अपनी गहन समझ, प्रोत्साहन और सही निर्देशन देकर न केवल इस कठिन परीक्षा की तैयारी में मार्गदर्शन प्रदान किया, बल्कि आत्मविश्वास और धैर्य भी सिखाया। सक्षम ने कहा कि वह आगे भी अपने लक्ष्य की ओर दृढ़ संकल्प के साथ बढ़ता रहेगा और चार्टर्ड अकाउंटेंसी की परीक्षा में भी इसी तरह सफलता प्राप्त करने का प्रयास करेगा।
सक्षम की इस असाधारण उपलब्धि पर उनके परिवार, शिक्षकों और सहपाठियों ने उन्हें ढेरों शुभकामनाएं दी हैं। उनके मार्गदर्शक अध्यापक मोहित मोहन ने भी इस सफलता को संस्थान के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया है। उन्होंने कहा कि यह सफलता न केवल सक्षम वशिष्ट की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह पूरे पंजाब के छात्रों के लिए भी प्रेरणादायक है।