लुधियाना। पंजाब के जिला लुधियाना में कोर्ट कॉम्प्लेक्स में हुए धमाके का मुख्यारोपी आतंकी हरप्रीत सिंह को एनआईए ने कुआलालंपुर से वापस भारत आते हुए दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर एनआईए ने 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था। आरोपी हरप्रीत सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वारंट तक जारी है। वहीं उसके खिलाफ लुक-आउट सर्कुलर भी जारी किया जा चुका है। आतंकी हरप्रीत सिंह ने विशेष रूप से निर्मित आईईडी की डिलीवरी का समन्वय किया, जिसे पाकिस्तान से उसके सहयोगी आतंकियों ने भारत भेजा था। बता दें कि आरोपी हरप्रीत सिंह हैप्पी गांव मेंदीकलां, अजनाला, अमृतसर का रहने वाला है। बता दें कि लुधियाना की जिला अदालत में हुए बम ब्लास्ट में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का इस्तेमाल किया गया था। इस धमाके में 1 आदमी की मौत हो गई, जबकि 6 अन्य घायल हुए थे। ब्लास्ट की जांच के लिए दिल्ली से एनएसडी, एनआईए और नेशनल बम डाटा सेंटर की टीमें मौके पर पहुंची थी। ब्लास्ट के 10 घंटे बाद, रात 10.15 बजे एनएसजी टीम ने मलबे में पड़ी बॉडी को वहां से हटवाकर सिविल अस्पताल की मॉर्चुरी में रखवाया था। इस ब्लास्ट में आतंकी एंगल होने की वजह से केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए और एनएसजी एक्टिव हो गईं थी। दोनों एजेंसियों के अधिकारी चंडीगढ़ और नई दिल्ली से जांच के लिए लुधियाना पहुंचे। दोनों एजेंसियों के अधिकारी पंजाब पुलिस की फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर जांच कर रहे हैं। इस जांच के दौरान पता लगाया जा रहा है कि यह ब्लास्ट कहीं विदेशी ताकतों की हरकत तो नहीं है? जांच एजेंसियों को शक है कि लुधियाना में हुए ब्लास्ट में पाकिस्तान बेस्ड टेरर मॉड्यूल का हाथ हो सकता है। पिछले दिनों जलालाबाद में हुए बम धमाके और बॉर्डर पार से आए टिफिन बम का भी इस ब्लास्ट से कोई संपर्क हो सकता है।
– ब्लास्ट में हुए यह लोग हुए थे घायल
ब्लास्ट में घायल लुधियाना के राजकोट गांव की संदीप कौर (31 साल) और जमालपुर की शरणजीत कौर (25 साल) को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पुलिस कॉलोनी निवासी मनीष कुमार (32 साल) को सीएमसी लुधियाना में भर्ती कराया गया था। कुलदीप सिंह (50 साल) और कृष्ण खन्ना (75 साल) का इलाज डीएमसी लुधियाना में करवाया गया था। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति भी घायल हुआ था।