होशियारपुर, 15 मई : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाई मुहिम के दौरान बुधवार को होशियारपुर जिले के राजस्व हलका पंडोरी सर्कल में बतौर पटवारी तैनात रमेश कुमार को 15,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू किया है। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये राज्य विजीलैंस ब्यूरो के सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उपरोक्त राजस्व अधिकारी को होशियारपुर के गाँव तनूली की निवासी जसविन्दर कौर द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के आधार पर गिरफ़्तार किया गया है।
उसने आगे बताया कि उक्त शिकायतकर्ता ने अपने पति समेत विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँच करके दोष लगाया कि उक्त पटवारी उसकी ननद को जीवित होने सम्बन्धी सर्टिफिकेट जारी करने के बदले 15,000 रुपए की माँग कर रहा है और यह पैसे देने के लिए उसके मोबाइल फ़ोन पर संदेश भेजा है कि यदि जल्द पैसे न दिए तो कुछ दिनों बाद रिश्वत की रकम बढ़ कर 20,000 रुपए हो जायेगी। उसने आगे बताया कि उक्त पटवारी ने उसकी फ़ोन कॉल के दौरान 15,000 रुपए की रिश्वत लेने के लिए ज़ोर डाला है। शिकायतकर्ता ने आगे यह भी बताया कि उक्त पटवारी ने पहले उनकी ज़मीन का इंतकाल राजस्व रिकार्ड में दर्ज करने के बदले उसके पति से 25,000 रुपए की रिश्वत की माँग की थी और इस काम को पूरा करने के बदले 15,000 रुपए की रिश्वत ली थी। प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्राथमिक पड़ताल के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया जिस दौरान उक्त मुलजिम पटवारी को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में शिकायतकर्ता से 15,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया और उसके पास से रिश्वत की रकम भी मौके पर ही बरामद कर ली।
उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में उक्त मुलजिम के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया है। उन्होंने कहा कि मुलजिम को कल अदालत में पेश किया जायेगा और इस मामले की आगे जांच जारी है।