जमशेदपुर. पत्नी को मारने के लिए पति ने पानी की तरह पैसा बहाया, कई बार खुद भी मर्डर का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी आखिरकार 16 लाख की सुपारी लेकर गुर्गों ने काम पूरा किया लेकिन पति की चालाकी पुलिस के आगे बिल्कुल नहीं चली और वो गिरफ्तार हो गया। पति द्वारा पत्नी की हत्या कराये जाने का ये मामला झारखंड से जुड़ा है।
जमशेदपुर के सोनारी आस्था हाई टेक सिटी की ज्योति अग्रवाल उर्फ स्वीटी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। ज्योति की हत्या के लिए उसके पति सह प्लाई कारोबारी रवि अग्रवाल ने 24 लाख रुपये की सुपारी दी थी। पहली सुपारी उसने 8 लाख रुपये में दी थी, लेकिन काम नहीं होने पर सात लाख रुपये शूटर से वापस ले लिया। फिर दूसरी बार 16 लाख रुपये पर हत्या की सुपारी का सौदा हुआ। पुलिस ने जब मामले की पड़ताल की तो पूरी कहानी सामने आई।
पुलिस ने जमशेदपुर के कारोबारी रवि अग्रवाल की पत्नी ज्योति अग्रवाल हत्याकांड मामले का 72 घंटे के भीतर उद्भेदन करते हुए ज्योति के पति रवि सहित तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है साथ ही चौंकाने वाला खुलासा भी किया है। पुलिस की गिरफ्त में आए तीन अन्य अपराध कर्मियों में पंकज कुमार साहनी, रोहित कुमार दुबे और मुकेश मिश्रा हैं। पुलिस ने इनके पास से एक लोडेड देशी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, रवि अग्रवाल के पास से दो एंड्रॉयड स्मार्टफोन, रोहित कुमार दुबे के पास से एक एंड्रॉयड स्मार्टफोन, मुकेश मिश्रा के पास से एक स्विफ्ट कार और दो एंड्रॉयड स्मार्टफोन और पंकज साहनी के पास से एक एंड्रॉयड फोन बरामद किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि मृतका ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेमचंद अग्रवाल ने लिखित आवेदन दिया था।जिसमें उन्होंने शक अपने दामाद यानी मृतका के पति रवि अग्रवाल पर ही जताया था। आवेदक ने रवि के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत पत्नी ज्योति की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया था। मामले की जांच के लिए चांडिल एसडीपीओ के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया था।
शुक्रवार को चांडिल थाना अंतर्गत कांदरबेड़ा एवं वेव इंटरनेशनल होटल के बीच एनएच- 33 के किनारे इस घटना को अंजाम दिया गया। साजिश के तहत रवि अग्रवाल अपने दोनों बच्चों एवं पत्नी के साथ पंजाब होटल में खाना खाकर वापस लौट रहे थे। बालिगुमा स्थित मिनी पंजाब होटल से खाना खाकर चांडिल थाना अंतर्गत कांदर बेड़ा एवं वेव इंटरनेशनल होटल के बीच एनएच 30 के किनारे उल्टी करने के बहाने रवि ने अपनी कर खड़ी कर दी। इसके तुरंत बाद मुकेश मिश्रा तीन अन्य साथियों के साथ स्थल पर पहुंचा और ज्योति अग्रवाल को सुनोजित तरीके से कनपटी पर पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी।
टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अनुसंधान के क्रम में पाया कि मृतका का पति के साथ शादी के बाद से ही अनबन चल रहा था। आए दिन दोनों के बीच लड़ाई-झगड़ा होता था जिससे वह अपनी पत्नी को सहन नहीं कर पा रहा था। रवि अग्रवाल ने 16 लाख में मुकेश मिश्रा तथा उसके चार अन्य साथियों को सुपारी दी और अपनी पत्नी को जान मारने की योजना बनाई. रवि पूर्व में दो बार ज्योति के मर्डर में विफल हो गया। लेकिन 29 मार्च को मर्डर कर दिया गया। आरोपी रवि ने पत्नी को गंगटोक ले जाकर हत्या करने का प्रयास भी किया था, मगर वहां भी वो असफल रहा था।