मंडी में बोले नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री…..
कांग्रेस नेताओं को नसीहत : शिवरात्रि में मेरे खिलाफ बोलने की डाली नई परंपरा
महाकुंभ में स्नान तो कर आए लेकिन अपनी सनातन विरोधी सोच को नहीं बदल सके मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री
एएम नाथ। मंडी : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ने कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का जनाजा निकल गया है और हर दिन हत्याएं और दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं। वर्ष 2025 के पहले दो माह में ही 18 मर्डर के मामले रिपोर्ट हो चुके हैं और एक दर्जन से अधिक दुराचार के मामले सामने आए हैं। ये आंकड़े इस तरफ इशारा कर रहे हैं कि सरकार के मुखिया को सिर्फ़ अपनी कुर्सी की चिंता है और ऐसा लग रहा है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है ही नहीं। ये चिंता का विषय है और विधानसभा सत्र में भाजपा इस मुद्दे को जोर शोर से उठाएगी। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का समापन करने के लिए मंडी पहुंचे राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल का हेलीपेड पर स्वागत करने के बाद नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस नेताओं ने शिवरात्रि जैसे धार्मिक आयोजन में राजनीतिक बयानबाजी कर अच्छा संदेश नहीं दिया है। मेले त्योहारों में राजनीतिक बातें करने से परहेज करना चाहिए लेकिन कांग्रेस नेताओं ने पिछले कुछ वर्षों से यहां आकर मुझे कोसने की नई परंपरा शुरू की है। जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पर तीखा जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि महाकुंभ में स्नान तो कर आए लेकिन अपनी सनातन विरोधी सोच को नहीं बदल सके। कांग्रेस हमेशा ही सनातन का विरोध करती रही है। अभी हाल ही में संपन्न हुए महाकुंभ को लेकर भी कांग्रेसियों की तरफ से तरह-तरह की टिप्पणियां की गई। सीएम और डिप्टी सीएम सहित कुछ कांग्रेसी महाकुंभ में स्नान के बाद भी वही कारनामे कर रहे हैं जो सनातन विरोधी हैं। मंदिरों से प्रदेश सरकारों द्वारा जब भी पैसा लिया गया तो उसे सीएम रिलीफ फंड में ही लिया गया, जिसके माध्यम से गरीबों, दीन-दुखियों और आपदा प्रभावितों की मदद की गई, लेकिन यह प्रदेश के इतिहास में पहली बार है कि अब विभाग चलाने के लिए भी मंदिरों से पैसा मांगा जा रहा है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुझे तो डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री पर तरस आता है। लगता इन बेचारों को मुख्यमंत्री और उनके सचिव पूछते ही नहीं है कि आपके विभाग में करना क्या है और क्या नहीं करना है। उन्होंने कहा कि भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग डिप्टी सीएम के पास है। उन्हीं के विभाग के सचिव ने नोटिफिकेशन जारी की है जिसमें स्पष्ट तौर पर मंदिरों से पैसा लेने के बारे में लिखा गया है लेकिन अब डिप्टी सीएम इस बात से मुखर रहे हैं और गोल मोल जवाब देकर बात टालने की कोशिश कर रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि यह नोटिफिकेशन डिप्टी सीएम को नजरअंदाज करके सीएम ने जारी करवाई हो क्योंकि एल ए सी सचिव उनके अपने सचिव भी हैं। उन्होंने कहा कि देवी-देवताओं के खजाने में श्रद्धा के नाम पर जो पैसा इकट्ठा हुआ है उसे लेकर भी जिस तरह से कांग्रेसी नेता झूठ बोल रहे हैं वो एक तरह से पाप ही है। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि में मुख्यमंत्री झूठी घोषणा करके चले गए कि मैं 100 करोड़ शिवधाम का काम आगे बढ़ाने के लिए देता हैं जबकि इसके लिए मैंने एडीबी से 250 करोड़ का बजट प्रावधान पहले ही करवाया था जो राज्य का पैसा नहीं है। मैंने 2200 करोड़ एडीबी से प्रदेश के लिए लाया था। उन्होंने कहा कि जिस सरकार के पास अगले महीने सैलरी देने को पैसे नहीं है और दस हज़ार की निकासी के लिए भी ट्रेज़री से रोक लगा रखी है उससे इतने बड़े बजट की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि खासकर मंडी के साथ सौतेला व्यवहार इस सरकार को भारी पड़ेगा। जानबूझकर मंडी को हाशिए पर धकेला जा रहा है।