गढ़शंकर : पंजाब – यू. टी कर्मचारियों/पेंशनभोगियों के प्रति पंजाब सरकार की उदासीनता के विरोध में “पंजाब यूटी कर्मचारी और पेंशनभोगी संयुक्त मोर्चा*” द्वारा 20 अक्टूबर को पंजाब सरकार की अर्थी फूंक प्रदर्शन व रोष रैलियां की जाएगी। यह फैसला सभी प्रकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के संगठन “पंजाब – UT कर्मचारी एवं पेंशनभोगी संयुक्त मोर्चा की फ्रंट के संयोजक ठाकुर सिंह की अध्यक्षता में हुई ऑनलाइन वर्चुअल बैठक में लिया गया । बैठक में मौजूद संयोजक सतीश राणा, जर्मनजीत सिंह, रणजीत सिंह रानवा, बाज सिंह खैरा, कुलदीप खन्ना, करम सिंह धनोआ, अविनाश शर्मा और प्रेम सागर शर्मा ने कहा कि संयुक्त मोर्चा 10 सितंबर को संगरूर में रैली करेगा. वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के साथ 20 सितंबर को हुई बैठक के दौरान कच्चे कर्मचारियों की नियुक्ति, पुरानी पेंशन बहाल करने, महंगाई भत्ते की किस्त जारी करने, मानदेय/प्रोत्साहन कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन में वृद्धि 2.59 का गुणांक लागू करने की मांग पर सहमति बनी, वेतन पुनरावृत्ति के लिए, वेतन त्रुटियों को दूर करने, ग्रेड वेतन के संबंध में 2011 के अंतर को दूर करने और सभी कर्मचारियों को 2.59 का न्यूनतम गुणांक लागू करने, प्रोफेशनल अवधि को कम करने और पूर्ण वेतन सहित भत्ते देने, बंद किए गए भत्ते को बहाल करने, 200 रुपये के ज़ाज़िया कर को समाप्त करने की मांग, वेतन आयोग की शेष रिपोर्ट का दूसरा भाग जारी करने आदि पर विस्तार से चर्चा की गई थी । बैठक के दौरान वित्त मंत्री ने इस बात पर सहमति जताई कि और कह कि हमारी आज बैठक के लिए तैयार नहीं हैं, इसलिए 15 दिन बाद संयुक्त मोर्चे के साथ बैठक होगी और उससे पहले अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी. संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने प्रेस बयान जारी रखते हुए कहा कि कच्चे शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में जो नीति जारी की गई है। जिसे बाद सरकारी, अर्ध-सरकारी, बोर्ड, निगमों पर लागू किया जाएगा, यह मुलाजिमों वी लोगो के लिए घातक साबित होगी। कर्मचारी नेताओं ने आगे कहा कि 25 दिन बीत जाने के बावजूद न तो कोई निर्णय लागू किया गया और न ही आगे की बातचीत के लिए संयुक्त मोर्चे को आमंत्रण पत्र दिया गया है। इससे साफ ही कि पंजाब के कर्मचारियों/पेंशनभोगियों के प्रति सरकार का रवैया अनुकूल नहीं है और व्यवहार उदासीन है। इस मौके पर संयुक्त मोर्चा ने शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के उस बयान की भी निंदा की कि जिसमें संघर्षरत संगठनो के साथ बात करने से इंकार किया ही। सरकार के इस रवैये के खिलाफ संयुक्त मोर्चा 20 अक्टूबर को पंजाब के सभी जिला मुख्यालयों और उपायुक्त कार्यालयों के सामने अर्थी फूंक रैलियों और प्रदर्शनों के माध्यम से दोपहर 2 बजे मांग पत्र देगा। संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने यह भी घोषणा की कि संयुक्त मोर्चा की अगली बैठक 25 अक्टूबर को 11.00 बजे पेंशनर भवन लुधियाना में होगी जिसमें अगले संघर्ष की घोषणा की जाएगी। इस मौके पर उन्होंने एक बयान के जरिए पंजाब राज्य मिनिस्ट्रीअल सेवा संघ के चल रहे संघर्ष का भी समर्थन किया। उक्त नेताओं के ईलावा कुलवरन सिंह, बलदेव सिंह मंडली, बोबिंदर सिंह, करमजीत सिंह बिहला, हरदीप टोडरपुर, तीर्थ सिंह बस्सी, प्रेम चावला, सुरिंदर राम कूसा, राजकुमार अरोड़ा, मनजीत सिंह सैनी, सुरिंदर पूरी, रणवीर सिंह उपल आदि शामिल हैं. बैठक में उपस्थित थे
20 अक्टूबर को पंजाब सरकार की अर्थी फूंक प्रदर्शन व रोष रैलियां : “पंजाब – UT कर्मचारी एवं पेंशनभोगी संयुक्त मोर्चा ने लिया फैसला
Oct 17, 2022