लुधियाना : लुधियाना के राजगुरु नगर स्थित सीएमएस कंपनी में साढ़े आठ करोड़ रुपये की लूट के मामले में कमिश्नरेट पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने लूटकांड का सारा मामला हल कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गिरोह की मास्टरमाइंड महिला सहित पांच आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस की जांच में पता चला कि एक महिला ने सीएमएस कंपनी के कर्मचारी के साथ मिलकर पूरी वारदात को अंजाम दिया। इस लूट में मास्टरमाइंड महिला के साथ उसका पति और भाई भी शामिल था। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है।
पुलिस कमिश्नर मनदीप सिद्धू की अहम खुलासे करते हुए बताया ने कि वारदात के 2 मास्टरमाइंड हैं। जिसमें पहली मनदीप कौर और दूसरा मनजिंदर मनी है । मनजिंदर मनी 4 साल से इसी कंपनी का कर्मचारी है। इन्होंने 8 और आरोपियों को अमीर बनाने का सपना दिखाकर साथ मिलाया और वारदात की। लूट की वारदात के लिए 2 मॉड्यूल बनाए गए थे। एक मॉड्यूल में मनजिंदर मनी और 2 बाइक पर कुल 5 लोग थे। दूसरे मॉड्यूल में क्रूज कार में मनदीप कौर और उसके साथ 4 लुटेरे शामिल थे।
उन्हीनो ने बताया मनजिंदर मनी सीएमएस कंपनी में काम करता था तो वहां के बारे में हर बात से वाकिफ था। उसे पता था कि यहां कैश किस हालत में रखा जाता है। कंपनी में सिक्योरिटी के लिहाज से कौन-कौन से लूज प्वाइंट हैं। उसने मनदीप कौर के साथ मिलकर इसकी साजिश रची। जनवरी महीने से इसकी प्लानिंग चल रही थी।
मनजिंदर मनी को पता था कि शनिवार और रविवार को एटीएम में कैश नहीं डाला जाता। इसलिए कंपनी में शुक्रवार को कैश ज्यादा होता है। इसी वजह से शुक्रवार का दिन लूट के लिए चुना गया। इन सभी 10 आरोपियों में से किसी ने भी मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया था। इसी वजह से लोकेशन के जरिए इन्हें ट्रेस नहीं किया जा सका। लूट की मास्टरमाइंड मनदीप कौर के भाई ने इंस्टाग्राम पर नोटों की रील डाली थी। जिसमें 500-500 रुपए के नए नोटों की गडि्डयां कार के डैशबोर्ड पर रखी हैं। इससे भी पुलिस को उनके वारदात किए जाने पर शक हुआ। लुटेरे जिस कैश वैन में लूट की रकम ले गए, उसका फ्लिकर चल रहा था, जिसके बारे में कोई जानकार या सिर्फ ड्राइवर ही जानता है। इस वजह से कंपनी के कर्मचारी पर शक था। वारदात के दिन भी मनजिंदर मनी गाड़ी चला रहा था।
कंपनी की बताई लूट की अमाउंट और लुटेरों के कबूलनामे के बाद रकम में अंतर आया है। लुटेरों ने कहा कि 2 बैग में 3-3 करोड़ और तीसरे में DVR ले गए थे। मगर, कंपनी ने पहले 7 करोड़ और फिर इसे बढ़ाकर 8.49 करोड़ की लूट बता दिया। पुलिस का कहना है कि जब सारे लुटेरे पकड़े जाएंगे तो पूरी अमाउंट क्लियर हो जाएगी। मनजिंदर रातोंरात होकर अमीर होना चाहता था। इसलिए उसने मनदीप कौर के साथ मिलकर यह वारदात की। दूसरे आरोपियों की भी अभी कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं मिली। ऐसे में सबको अमीर बनाने का सपना दिखाया गया था।
8.49 करोड़ की लूट में 5 गिरफ्तार, मास्टरमाइंड महिला सहित पांच आरोपी अभी भी फरार : 5 करोड़ कैश बरामद
Jun 14, 2023