चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी ने अमृतसर उत्तर से विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। कुंवर विजय प्रताप सिंह को पार्टी से 5 साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। उधर आज विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह ने फेसबुक पर कबीर के दोहे ”कबीर जिसु मरने ते जग्ग डरे, मेरे मनि आनंद”’ को पोस्ट कर साफ कर दिया कि वह डरने वाले नही है।
उन पर अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति ने यह फैसला लिया है। आम आदमी पार्टी से निलंबित होने के बाद कुंवर विजय प्रताप सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि – “कबीर जीसु मरने ते जागु डरे मेरे मानी आनंदु”।
कुंवर विजय प्रताप ने हाल ही में शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ चल रही विजिलेंस जांच पर सवाल उठाए थे। कुंवर विजय ने फेसबुक पर लिखा, ‘परिवार की गरिमा सभी के लिए समान होती है – चाहे वह नेता हो, अभिनेता हो, अमीर हो या गरीब, दोस्त हो या दुश्मन। सुबह-सुबह किसी के घर पर छापा मारना नैतिक सिद्धांतों के खिलाफ है। लगभग हर सरकार ने अपने फायदे के लिए पुलिस और सतर्कता एजेंसियों का दुरुपयोग किया है, लेकिन इसका नतीजा कभी खास नहीं रहा।’
मेरे किसी से राजनीतिक मतभेद हो सकते : उन्होंने कहा, ‘मेरे किसी से राजनीतिक मतभेद या वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन जब बात सिद्धांतों, धर्म और ईमानदारी की आती है तो बोलना ज़रूरी हो जाता है। जब मजीठिया साहब कांग्रेस सरकार के दौरान दर्ज एक मामले में जेल में थे, तो मान सरकार ने न तो कोई रिमांड मांगा और न ही कोई पूछताछ की। बाद में मान साहब के नेतृत्व वाली राज्य मशीनरी ने उनकी ज़मानत भी दिलवाई।’