होशियारपुर/दलजीत अज्नोहा : अपार खुशियों से जुड़ा पर्व दीपावाली हर एक के लिए विशेष पर्व होता हैं इस दिन को लेकर महीने भर पूर्व से तैयारियां प्रारंभ हो जाती हैं। घरों की साफ सफ़ाई रंग रोगन और साज सज़ा पर विशेष महत्व दिया जाता हैं। धन की देवी लक्ष्मी मां से जुड़े इस पर्व पर बच्चों से लेकर उम्र दराज व्यक्ति सभी वर्ग अपने अपने अंदाज में माता रानी को प्रसन्न करने की कोशिश करते है। ऐसे में अगर भवन के रंगों को वास्तु के अनुसार कर ले तो माता रानी का आशीर्वाद मिल ही जाता हैं जीवन में अपार खुशियां शामिल हो जाती हैं ऐसा मानना है अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वास्तुविद एवम लेखक डॉ भूपेंद्र वास्तुशास्त्री का। जिस प्रकार से रत्नों में हीरा अपनी विशेष चमक रखता है उसी प्रकार पर्वों में दीपावली ग्रहों में देव गुरु वृहस्पति ओर धन वैभव का कारक ग्रह शुक्र। अगर किसी ने कलयुग में शुक्र ग्रह को मना लिया तो फिर उसे किसी ओर को मनाने की आवश्यकता ही नहीं होगी और शुक्र ग्रह का रंग है सफेद अतः जिन घरों में सफेद रंग की अधिकता है वहां अन्य से ज्यादा सुख सुविधाओं के संसाधन उपलब्ध होते हैं। सफ़ेद रंग के महत्त्व को जानना है तो भारतीय राजनेताओं की पोशाक से या अमेरिका का व्हाइट हाउस से व्हाइट हाउस की वजह से अमेरिका अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा पॉवरफुल ओर सक्षम है। सफ़ेद रंग के साथ अगर कहीं भी पीले रंगों का उपयोग किया गया है तो वहां देव गुरु वृहस्पति का आशीर्वाद भी मिल जाता हैं। अतः इस दीपावली सफ़ेद ओर पीले रंगों को चुन कर अपने जीवन में खुशियां भरे।
