दिल्ली : अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से छलांग मारने वाली होशियारपुर की 25 वर्षीय दिया की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों ने उसकी जान जाने का कारण मल्टीपल फ्रैक्चर बताया। कुछ दिन पहले दिया की नौकरी चली गई थी। वह हरियाणा के गुरुग्राम में नौकरी करती थी । पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। दिया होशियारपुर के मुहल्ला कलामपुर की रहने वाली है वह बोल सुन नही सकती। उसके माता पिता भी बोल सुन नही सकते। उनके इलवा घर मे उसकी चजोति बहन और दादी है।
जानकारी के मुताबिक नौकरी से निकाले जाने के बाद परेशान थी। वह एक वर्ष पहले तक गुरु ग्राम में एक कंपनी में काम करती थी। बाद में वह नौकरी छोड़ कर पंजाब लौट गई थी। फिलहाल वह फ्लिपकार्ट में काम कर रही थी पर बताया जा रहा है कि उसको नौकरी से निकाल दिया गया तथा वह तनाव में थी। परिवार में माता-पिता के अलावा एक छोटी बहन है। दिया बोल तथा सुन नहीं सकती थी। उसके माता-पिता भी दोनों बोल व सुन नही सकते।
दिया दुआरा आत्महत्या की घटना :
सुबह 7.28 बजे एक लडक़ी को अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन की छत पर चढ़ते देखा गया। उसको मेट्रो स्टेशन की छत पर देख कर सभी सीआईएसएफ जवान हैरान रह गए तथा उसको छलांग न मारने की अपील कर रहे थे। जब लडक़ी ने छलांग मारी तो सीआईएसएफ के कुछ मुलाजिम नीचे चादर लेकर खड़े थे। उनकी कोशिश थी कि यदि लडक़ी छलांग मारती है तो उसको पकड़ लिया जाएगा। लेकिन उच्चई से गिरने के कारण चादर से नीचे गिर लडक़ी गंभीर जख्मी हो गई। उसको तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां अब उसकी मौत हो गई है।
बच्ची को बचाने वाले लोगों की तारीफ बच्ची को छलांग मारने तथा बचाने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था।
पुलिस अधिकारी रजिदर मीना का कहना है कि लडक़ी न बोल सकती थी न सुन सकती और उसके पास से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ। लडक़ी का परिवार पंजाब के होशियारपुर में रहता है। पुलिस को पता लगा कि लडक़ी बुधवार रात ही होशियारपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। वीरवार सुबह कश्मीरी गेट पर पहुंच कर मेट्रो में सवार होकर अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन पहुंची तथा प्लेटफार्म नंबर-2 समीप नीचे छलांग मार दी। लडक़ी ने ऐसा क्यों किया? इसका खुलासा नहीं किया गया है।