लुधियाना : ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले में गिरफ्तार पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू को विजिलेंस ने मंगलवार को 4 बजे के करीब कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आशू को 27 अगस्त तक विजिलेंस के रिमांड पर भेज दिया। उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच लुधियाना कोर्ट में लाया गया।
इस मामले में विजिलेंस ने IPC की धारा 420, 409, 467, 468, 471, 120- बी और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7,8,12,13 के तहत आशू पर FIR नंबर 11 थाना लुधियाना में दर्ज की है। इस मामले में ठेकेदार तेलू राम, जगरूप सिंह और सन्दीप भाटिया व गुरदास राम एंड कंपनी के मालिक/ भागीदारों के नाम शामिल हैं। विजिलेंस को तेलू राम ने बताया है कि वह सीजन 2020-21 के लिए टेंडर प्राप्त करने के लिए भारत भूषण आशू को उनके PA मीनू मल्होत्रा के द्वारा मिला था, जिसने उसको राकेश कुमार सिंगला, डिप्टी डायरेक्टर खाद्य और सिविल सप्लाइज से मिलने के लिए कहा था। सिंगला टेंडरों के लिए विभागीय मुख्य विजिलेंस कमेटी के चेयरमैन होने के नाते पूरे पंजाब के इंचार्ज थे और पूर्व मंत्री के निर्देशों पर कार्रवाई कर रहे थे।
तेलू राम ने विजिलेंस को बताया कि जब वह सिंगला को मिला तो उसने पूर्व मंत्री की तरफ से 30 लाख रुपए की मांग की। इसके बाद उसने अलग-अलग दिनों में सिंगला को 20 लाख रुपए, मीनू मल्होत्रा को 6 लाख रुपए और अन्य अधिकारियों को भी पैसे दिए। विजिलेंस के मुताबिक, उपरोक्त खुलासों के साथ-साथ सबूतों के आधार पर उक्त आरोपियों और भारत भूषण आशू को नामजद किया गया।
विजिलेंस जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि तेलू राम ने पिछले समय के दौरान करीब 20 एकड़ ज़मीन खरीदी और मीनू मल्होत्रा ने भी कई जायदाद बनाईं हैं। इस सम्बन्धी रिकॉर्ड एकत्र किया जा रहा है। राकेश कुमार सिंगला की तैनाती सम्बन्धी रिकॉर्ड भी जुटाया जा रहा। उसकी तरफ से बनाईं जायदादों की भी जांच की होगी।