अमृतसर : गुजरात के अहमदाबाद जिले में एक दवा कंपनी पर छापा मारकर वहां से 14.72 लाख से ज्यादा प्रतिबंधित गोलियां अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने बरामद की हैं। पुलिस ने उक्त कार्रवाई करते हुए यूपी, दिल्ली और तरनतारन से कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि आरोपी कई फर्जी कंपनियों के बिल बनाकर गुजरात से दिल्ली, यूपी और पंजाब के विभिन्न हिस्सों में प्रतिबंधित दवाएं सप्लाई करते थे। सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर और एडीसीपी अभिमन्यु राणा ने कहा कि गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उक्त अधिकारियों ने बताया कि पूरे मामले में 15 लाख से अधिक प्रतिबंधित गोलियां व कैप्सूल बरामद किये गये हैं। आरोपियों में दो कैदियों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार भी किया गया है।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान बलजिंदर सिंह, आकाश सिंह, सुरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह निवासी पट्टी जिला तरनतारन और मेजर सिंह निवासी हरिके के रूप में की है। मेजर सिंह गोइंदवाल जेल में था और मोबाइल के जरिये यह धंधा कर रहा था। पुलिस ने जेल से मेजर सिंह को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी ने कबूल किया कि वह उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के कोसीकलां गांव निवासी सचिन कुमार से प्रतिबंधित नशीली दवाओं की खेप मंगवाता था।
पुलिस ने 14 लाख 72 हजार 220 प्रतिबंधित गोलियां और कैप्सूल बरामद : पुलिस टीम ने जैसे ही सचिन को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि मनसा जेल में बंद उसका दोस्त योगेश उर्फ रिंकू भी अपने मोबाइल फोन से गुजरात की एक दवा कंपनी से प्रतिबंधित दवाएं मंगवा रहा था। एडीसीपी ने बताया कि सचिन और योगेश से पूछताछ के बाद पुलिस ने रेखा और उसके साथी मनीष को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने गुजरात के अहमदाबाद जिले में ग्लास फार्मास्युटिकल कंपनी पर छापा मारा और वहां से 14 लाख 72 हजार 220 प्रतिबंधित गोलियां और कैप्सूल बरामद किए।
कुछ दिन पहले डी डिवीजन थाने की पुलिस ने प्रिंस नामक युवक को प्रतिबंधित दवाओं के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपी ने बताया था कि वह यह खेप आकाश सिंह से खरीदता है और आगे बेचता है। पुलिस ने आकाश को गिरफ्तार कर उसके पास से 18 हजार प्रतिबंधित गोलियां बरामद की। इस संबंध में डी डिवीजन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।