खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा “प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना” से जुड़े लाभपात्र परिवारों की ई .के.वाई.सी करवाने के लिए निर्धारित की गई समय सीमा 30 सितंबर में बढ़ोतरी करने संबंधी फिलहाल नहीं की गई कोई राहत प्रदान l
जबकि उत्तर प्रदेश बिहार राज्य की सरकारों द्वारा योजना से जुड़े लाभ पात्र परिवारों की ई. के.वाई.सी करवाने के लिए 30 सितंबर तक तय की गई समय सीमा को बढ़ाकर पहले ही से ही 31 दिसंबर कर दिया गया है जिसका जिक्र पंजाब केसरी द्वारा प्रकाशित समाचार में प्रमुखता के साथ किया गया है l वही उक्त मामले पर संज्ञान लेते हुए अब खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की संयुक्त डायरेक्टर अंजुमन भास्कर द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन में ” प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना” से जुड़े पंजाब भर के 38 लाख राशन कार्ड धारकों के 1.57 करोड़ पारिवारिक सदस्यों को बड़ी राहत देते हुए ई.के.वाई.सी करवाने के लिए पहले निर्धारित की गई समय सीमा को 30 सितंबर से बढ़कर अब 31 दिसंबर तक कर दिया गया है l विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों का योजना से जुड़े उन लाखों गरीब परिवारों को सीधे तौर पर लाभ मिल सकेगा जिन परिवारों के बुजुर्गों और बच्चों के फिंगरप्रिंट की किन्ही कारणों के चलते ई पाश मशीनों पर मैच नहीं हो पा रहे हैं l जिसके चलते मौजूदा समय दौरान “प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना ” के लाखों परिवारों को केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही फ्री गेहूं का लाभ नहीं मिलने और राशन कार्ड से उनके नाम कट जाने का डर सता रहा है l
काबिलगौर है कि पंजाब केसरी द्वारा प्रकाशित किए गए समाचार में उक्त मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाया गया है कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा राशन डिपुओ पर स्मार्ट राशन कार्ड धारकों की ई.के.वाई.सी करवाने के लिए लगाई गई ई पाश मशीनों में अधिकतर परिवारों के बुजुर्गों में बच्चों के फिंगरप्रिंट व अंगूठे के निशान मैच नहीं होने के कारण योजना से जुड़े लाखों परिवारों की टेंशन बढ़ गई है और परेशानी के आलम में उक्त परिवार यहां वहां भटक रहे हैं l यहां इस बात का जिक्र करना भी अनिवार्य होगा कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा राशन डिपुओ पर आंखों की स्कैनिंग करने वाली मशीन भी लगाई गई है ता कि जिन परिवारों के फिंगरप्रिंट अंगूठे के निशान ई पाश मशीनों पर मैच नहीं हो रहे हैं उनकी आंखों की स्कैनिंग कर ई.के.वाई.सी योजना का काम मुकम्मल किया जा सके l लेकिन पंजाब भर के अधिकतर राशन डिपु होल्डरों द्वारा राशन कार्ड धारकों को भंभलभूसे में डालने के लिए कई तरह के ड्रामे किए जा रहे हैं ताकि राशन कार्ड में दर्ज उनके पारिवारिक सदस्यों की सही संख्या को छुपा कर संबंधित परिवारों को फ्री में मिलने वाली गेहूं में हेराफेरी कर गेहूं की कालाबाजारी का गोरख धंधा बिना किसी रूकावट के निरंतर चलाया जा सके l