अमृतसर । राज्य में सुरक्षा प्रबंधों को मजबूत बनाने के लिए डीजीपी गौरव यादव ने सोमवार को अमृतसर और जालंधर में राज्य के सभी डीआईजी, पुलिस कमिश्नरों, एसएसपीजी व अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
इस दौरान उन्होंने आदेश दिया कि राज्य में अपराध कर विदेश भागे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अधिकारी उनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी करें ताकि उन्हें पंजाब लाकर जेलों में डाला जा सके।
इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों स्पष्ट कहा कि अगर कहीं कोई भी अपराध होता है तो तुरंत एफआइआर दर्ज की जाए। विशेष डीजीपी आंतरिक सुरक्षा आरएन ढोके, एडीजीपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) नीलाभ किशोर और एडीजीपी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) प्रमोद बान के साथ अमृतसर और जालंधर के दौरे के दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ कानून और व्यवस्था की समीक्षा भी की।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि जहां-जहां भी गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम आयोजित होंगे, वहां पर सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए अधिकारी कार्यक्रम स्थल पर पहले ही सुरक्षा प्रबंध पुख्ता करें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। हर जिले में नाकों की संख्या बढ़ाने के साथ ही चेकिंग के दिए आदेश: डीजीपी ने कहा कि सुरक्षा के चलते नाकों की गिनती बढ़ाई जानी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा वाहनों की चेकिंग सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों से लुक आउट सर्कुलर (एलओसी), रेड कार्नर नोटिस (आरसीएन), ओपन अरेस्ट वारंट, ब्लू कार्नर नोटिस (बीसीएन) तथा भगौड़े अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने के लिए प्रयास करने के लिए कहा है। डीजीपी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के साथ-साथ गणतंत्र दिवस समारोह से पहले सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस की मौजूदगी सुनिश्चित करके शांति और सद्भाव बनाए रखी जाए। नाइट डोमिनेशन आपरेशन को तेज करने और अन्य निवारक और जासूसी उपायों के लिए उपयुक्त निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि कड़ी सुरक्षा के तहत, पुलिस कर्मी नियमित गश्त और जांच करेंगे, खासकर रात में, ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके। इससे पंजाब में और अच्छी तरीके से शंति स्थापित होगी। लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।