एएम नाथ। शिमला : सरकार ने HRTC के ड्राइवरों व कंडक्टरों की मांगों को हल करने का पूरा भरोसा दिया है, जिससे इनमें खुशी की लहर है। शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री के साथ बैठक करने के बाद इन्होंने अपनी हड़ताल को रद्द कर दिया था, वहीं शनिवार को अवकाश वाले दिन करीब चार घंटे तक HRTC के एमडी डा. निपुण जिंदल के साथ इनकी बैठक हुई। इसमें ड्राइवर व कंडक्टर यूनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे और एक के बाद एक सभी मांगों को प्रबंधन ने मान लिया है। HRTC ड्राइवर यूनियन की ओर से मान सिंह ठाकुर और कंडक्टर यूनियन की ओर से प्रीत मोहिंद्र सिंह ने अपने कर्मचारियों की डिमांड प्रबंधन के साथ रखी।
नवनियुक्त एमडी डा. निपुण जिंदल ने सकारात्मक रूप से इनकी सभी मांगों को मान लिया है। ड्राइवर यूनियन की मानी हुई मांगों को लेकर बात करें, तो इनसे जो भी रिकवरी होती थी, व अब पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी। कभी डीजल को लेकर, वाहनों के नुकसान को लेकर और भी कई तरह की रिकवरी इनसे जुड़ी रहती थी, उसे बंद करने का निर्णय लिया है। छह महीने में ड्राइवरों की सीनियोरिटी लिस्ट को ऑनलाइन करने को कह दिया गया है, जिसके मुताबिक इनको प्रोमोशन के लाभ मिलेंगे।
चालकों को वरिष्ठ चालकों को पदनाम दिया जाएगा। 107 पीस मील कर्मचारी, जो कि वर्कशॉप में काम कर रहे हैं को अप्रैल महीने में अनुबंध पर लाया जाएगा, जिसका निर्णय हो गया है। खाना खाने के लिए ढाबों को सही तरह से चिन्हित करने की इनकी मांग को मान लिया गया है, वहीं एक अन्य बड़ी मांग इनके साप्ताहिक अवकाश से जुड़ी है। ड्राइवरों द्वारा छुट्टी के लिए जो अवकाश मांगा जाएगा, वह इन्हें दिया जाएगा। साथ ही साप्ताहिक अवकाश भी दिया जाएगा। इनका कहना था कि अवकाश के लिए अर्जी दी जाती है, तो उसे न मानकर मनमर्जी से छुट्टियां दी जा रही हैं, जिसका उन्हें कोई लाभ नहीं होता। वहीं कंडक्टर यूनियन की मानी हुई मांगों की बात करें तो इनकी सबसे बड़ी मांग वेतन विसंगति को दूर करने की रही है।
पंजाब में जिस तरह से कंडक्टरों को वेतनमान दिया जा रहा है, वहीं हिमाचल में भी दिया जाए जिसको भी मान लिया गया है। बाकायदा इसके लिए एमडी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है जोकि एक महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। इसके साथ टिकट की जिम्मेदारी यात्री की होगी न कि कंडक्टर की। इसमें कंडक्टर की जिम्मेदारी फिक्स करके उससे रिकवरी की जाती है, जिसे बंद किया जाएगा। हरियाणा की तर्ज पर इसे करने को कहा गया है। लंबी दूरी की यात्रा में फ्रंट सीट दोपहर के समय में भी कंडक्टर के लिए ही रहेगी, जिसकी बुकिंग यात्री के लिए नहीं की जाएगी। कंडक्टर से सब-इंस्पेक्टर व सीनियर सब-इंस्पेक्टर आदि के खाली पड़े पदों पर रुके हुए प्रोमोशन चैनल को खोलने का भी निर्णय लिया गया है। जल्दी ही इनको प्रमोशनें मिलनी शुरू हो जाएंगी।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने 10 करोड़ रुपए नाइट ओवर टाइम देने का जो ऐलान किया है, उस पर यह राशि अगले सप्ताह तक ड्राइवर व कंडक्टरों के खाते में आ जाएगी। इन सभी को इस संबंध में आश्वस्त किया गया था। रविवार को इन्होंने हड़ताल करनी थी जो अब नहीं होगी। इससे आम जनता को भी राहत मिलेगी। नाइट ओवरटाइम समय-समय पर मिलता रहा तो एचआरटीसी में हड़ताल नहीं होगी। इनको आश्वस्त किया गया है कि तीन-तीन महीने में नाइट ओवर टाइम दिया जाता रहेगा।