एएम नाथ। सिरमौर : सिरमौर जिले के त्रिलोकपुर गांव में स्थित बाला सुंदरी मंदिर मेंका एक अलग ही माहौल देखने को मिल रहा है। यहां प्रसिद्ध fला सुंदरी चैत्र नवरात्रि मेला शुरू हो गया है जो 23 अप्रैल तक बड़ी धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। यह मंदिर उत्तर भारत का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, हर साल यहां लाखों श्रद्धालु नवरात्रि के दौरान माथा टेकने आते हैं।
मां दुर्गा के नवरात्र के अवसर पर पूरा त्रिलोकपुर क्षेत्र माता बालासुंदरी की भक्ति में नजर आया। हाथों में मां दुर्गा का ध्वज लिए हजारों भक्त बिना थके, बिना रुके, भक्तिभाव से मां बालासुंदरी के जयकारे लगाते हुए मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। . भक्तों का मानना है कि इस पवित्र स्थान पर माता साक्षात् विराजमान हैं।
इस क्षेत्र में एक त्रिकोण के तीन कोनों पर स्थित दुर्गा के तीन मंदिर हैं, जिनमें देवी के विभिन्न रूप स्थापित हैं। त्रिलोकपुर में स्थित मुख्य मंदिर भगवती त्रिपुर बाला सुंदरी का मंदिर है, जिसमें दुर्गा का बाल रूप है। यहां से 3 किमी दूर भगवती ललिता देवी का मंदिर है और 13 किमी उत्तर पश्चिम में तीसरा मंदिर है। भगवती बाला सुंदरी का यह मंदिर पिछले कुछ दशकों में बहुत प्रसिद्ध हो गया है।
माचल प्रदेश के प्रमुख मंदिरों जैसे चिंतापूर्णी, नैना देवी, ज्वाला देवी, कांगड़ा, चामुंडा और बगलामुखी आदि मंदिरों से भी अधिक श्रद्धालु यहां नवरात्रि के दौरान आते हैं। माना जाता है कि साल 1570 में राम दास नाम के एक स्थानीय व्यापारी ने नमक की एक बोरी खरीदी थी, जिसमें एक पिंडी मिली थी. यह देवी मां के बालासुंदरी जी रूप का प्रतीक एक पवित्र पत्थर था। लाला राम दास एक बोरी में नमक भरकर बेचते रहे, लेकिन बोरी भरी ही रही